Pahalgam: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या कर दी गई, जिनमें से अधिकांश मुस्लिम और हिंदू समुदाय से थे। यह हमला उस वक्त और भी दर्दनाक हो गया जब यह सामने आया कि इन निर्दोष लोगों की पहचान उनके धर्म के आधार पर की गई थी। यह नृशंस वारदात न केवल जम्मू कश्मीर, बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ा धक्का थी।
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लोगों में चिंता और आक्रोश
हमले के बाद से देश भर में गम और गुस्से की लहर दौड़ गई है। लोग इस हमले को लेकर अपनी चिंता और आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। इस हमले ने न केवल आतंकवाद के खिलाफ जन जागरूकता को बढ़ाया है, बल्कि पाकिस्तान के खिलाफ भी कड़ी प्रतिक्रिया का कारण बना है। विरोध प्रदर्शन अब बढ़ते जा रहे हैं, और पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग तेज़ हो गई है।
जामा मस्जिद बना विरोध का केंद्र
दिल्ली की ऐतिहासिक जामा मस्जिद इस विरोध का बड़ा केंद्र बनी। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद मस्जिद की सीढ़ियों पर हजारों मुसलमान इकट्ठा हुए। उनके हाथों में तिरंगा और ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के पोस्टर थे। प्रदर्शनकारियों ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश दिया और यह कहा कि भारत का हर नागरिक, चाहे वह हिंदू हो, मुस्लिम हो, सिख या ईसाई, आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है।
प्रदर्शनकारियों ने कहा….आतंकवाद समाज में नफरत फैलाना चाहता है
प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि कुछ ताकतें आतंकवाद के जरिए समाज में नफरत फैलाना चाहती हैं, लेकिन भारत की जनता उनके मंसूबों को कभी सफल नहीं होने देगी। उनका कहना था कि जैसे हम सब मिलकर देश की आज़ादी की लड़ाई लड़े थे, वैसे ही आतंकवाद के खिलाफ भी पूरी भारतीय जनता एकजुट हो कर मुकाबला करेगी।
