PM मोदी ने ऐसे देखा रामलला का सूर्य तिलक, कहा-” हर किसी के लिए परम आनंद का पल है”

Mona Jha
By Mona Jha

Ayodhya Ram Lalla Surya Tilak: अयोध्या में नव निर्मित भव्य महल में विराजमान प्रभु रामलला का आज रामनवमी के मौके पर पहली बार सूर्य तिलक हुआ। जिस पल का इंतजार करोड़ों रामभक्तों को कई बरसों से रहा आखिरकार आज उस पल के करोड़ों देशवासी साक्षी बने जिस समय रामलला के ललाट पर दोपहर ठीक 12 बजे सूर्य तिलक हुआ उस समय पूरा मंदिर परिसर श्रीराम के उद्घोष के गूंज उठा, इस कड़ी में पीएम मोदी को एक टैबलेट पर रामलला के सूर्य तिलक का दर्शन करते हुए देखा गया। वहीं उन्होनें सूर्य तिलक देखने की तस्वीरों को शेयर भी किया है।

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“ये हर किसी के लिए परम आनंद का पल है”

दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज असम के नलबाड़ी से रामलला के सूर्य तिलक को देखा है। जहां वो चुनावी जनसभा को संबोधित करने के लिए पहुंचे थे। इस बीच पीएम मोदी ने समय निकालकर रामलला के सूर्य तिलक को देखा और कहा कि-” ये हर किसी के लिए परम आनंद का पल है, रामनवमी के अवसर पर अयोध्या में दर्पण और लेंस से मिलकर बनाए गए एक मैकेनिज्म के जरिए रामलला का सूर्य तिलक किया गया।

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“अद्भुत और अप्रतिम क्षण को देखने का सौभाग्य मिला”

आपको बता दें कि रामलला का सूर्य तिलक की दर्शन की तस्वीरों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर करते हुए लिखा है कि-” “नलबाड़ी की सभा के बाद मुझे अयोध्या में रामलला के सूर्य तिलक के अद्भुत और अप्रतिम क्षण को देखने का सौभाग्य मिला, श्रीराम जन्मभूमि का ये बहुप्रतीक्षित क्षण हर किसी के लिए परमानंद का क्षण है, ये सूर्य तिलक, विकसित भारत के हर संकल्प को अपनी दिव्य ऊर्जा से इसी तरह प्रकाशित करेगा,” बता दें कि असम के नलबाड़ी की अयोध्या से दूरी 1100 किमी से ज्यादा है।”

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हर साल किया जाएगा रामलला का सूर्य तिलक

वहीं सीएसआईआर-सीबीआरआई, रूड़की के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. डी पी कानूनगो ने बताया कि-” सूर्य तिलक दोपहर 12 बजे किया गया, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर)-सीबीआरआई रुड़की के वैज्ञानिक डॉ एस के पाणिग्रही ने बताया कि सूर्य तिलक प्रोजेक्ट का मकसद रामनवमी के दिन रामलला की मूर्ति के मस्तक पर तिलक लगाना था। उन्होंने बताया कि हर साल चैत्र माह में श्री रामनवमी पर दोपहर 12 बजे से भगवान राम के मस्तक पर सूर्य की रोशनी से तिलक किया जाएगा।

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