Mainpuri: उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर बुधवार को होने वाले उपचुनाव में मैनपुरी (Mainpuri) की करहल सीट पर भाजपा और सपा के बीच कड़ी फाइट है।भाजपा ने करहल सीट (Karhal seat) पर सपा संस्थापक दिवंगत मुलायम सिंह यादव के दामाद अनुजेश यादव को चुनावी मैदान में उतारकर सपा के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।मैनपुरी को सपा का गढ़ माना जाता है इसके बावजूद सपा के लिए यहां चुनाव जीतना इस बार काफी मुश्किल हो गया है।
करहल सीट पर सपा-भाजपा में कांटे की टक्कर
भाजपा की ओर से अनुजेश यादव के सामने समाजवादी पार्टी ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के दामाद तेज प्रताप यादव को चुनाव में उतारा है। बीजेपी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के परिवार के ही सदस्य को चुनाव में उतारकर सपा को समीकरणों में उलझा दिया है जिसके चलते करहल विधानसभा सीट के चुनाव पर ना सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश की नजरें टिकी हुई हैं।
सपा के गढ़ में BJP ने खेला बड़ा दांव
अगर मैनपुरी (Mainpuri) के चुनावी इतिहास पर नजर दौड़ाएं तो देखेंगे कि,समाजवादी पार्टी के गठन के बाद अगर साल 2002 को छोड़ दें तो इसके बाद सभी चुनाव में सपा की बादशाहत बरकरार रही है 2002 में यहां से भाजपा की ओर से सोबरन सिंह यादव विधायक बने थे लेकिन इसके बाद उन्होंने भाजपा छोड़कर सपा का दामन थाम लिया।सोबरन सिंह यादव लगातार तीन बार सपा के टिकट पर इसी सीट से विधायक बने।
करहल से 7 प्रत्याशियों ने भरा दम
मैनपुरी (Mainpuri) की करहल विधानसभा सीट से सपा भाजपा समेत कुल 7 प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे हैं बसपा ने करहल सीट पर अवनीश कुमार को प्रत्याशी बनाया है इसके साथ ही 3 अन्य दलों के प्रत्याशी भी उपचुनाव में अपनी किस्मत आजमाने उतरे हैं एक निर्दलीय उम्मीदवार ने भी यहां ताल ठोंकी है।समाजवादी पार्टी के लिए मैनपुरी की करहल सीट (Karhal seat) पर जीतना साख बचाने का सवाल है जिस क्षेत्र को हमेशा से समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता रहा है वहां बीजेपी ने अनुजेश यादव को चुनावी मैदान में उतारकर सपा को समीकरणों के खेल में उलझा दिया है।