Parliament News: आज राज्यसभा में महिला रेसलर विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) का मामला उठते ही भारी हंगामा हो गया। विपक्ष ने सरकार पर एक के बाद एक कई सवाल दागना शुरू कर दिए, जिससे सभापति जगदीप धनखड़ नाराज हो गए। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने विनेश फोगाट के मामले में कुछ नहीं किया, जिसके बाद सदन में हंगामा मच गया। हंगामे के चलते धनखड़ नाराज होकर कुर्सी छोड़कर चले गए।
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विपक्ष का विरोध
विपक्ष ने विनेश फोगाट के मुद्दे को जोर-शोर से उठाया। टीएमसी सांसद डेरेक ओब्रेन ने भी जोरदार विरोध किया। इस पर सभापति धनखड़ ने कहा कि सदन में सभापति की गरिमा को चुनौती दी गई है और मेरे साथ सही व्यवहार नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि इस स्थिति में वह खुद को सक्षम नहीं पा रहे हैं कि कुर्सी पर बैठें।
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विनेश फोगाट ने लिया संन्यास
विनेश फोगाट ने गुरुवार को पेरिस ओलंपिक 2024 में अयोग्य घोषित होने के बाद कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश साझा करते हुए अपने समर्थकों का धन्यवाद किया और अपनी मां से माफी मांगी। विनेश फोगाट के इस निर्णय से उनके प्रशंसकों को बड़ा झटका लगा है।
मुख्यमंत्री ने किया समर्थन
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने विनेश फोगाट को समर्थन देते हुए कहा कि वह हम सभी के लिए एक चैंपियन हैं। उन्होंने घोषणा की कि हरियाणा सरकार विनेश फोगाट का एक पदक विजेता की तरह स्वागत करेगी और उन्हें सभी सम्मान, पुरस्कार और सुविधाएं प्रदान करेगी जो ओलंपिक रजत पदक विजेताओं को दी जाती हैं। उनका वजन तय मानक से 100 ग्राम अधिक था। विनेश ने मंगलवार रात सेमीफाइनल में क्यूबा की युसनेलिस गुजमैन लोपेज को 5-0 से हराकर स्वर्ण पदक मुकाबले में प्रवेश किया था। परन्तु उनका यह गोल्ड मैडल जीतने का सपना अधूरा ही रह गया।
संसद में अन्य मुद्दों पर भी मचा बवाल
आज संसद में कई महत्वपूर्ण बिल पेश किए जाने हैं, जिनमें वक्फ एक्ट में संशोधन भी शामिल है। विनेश फोगाट के अयोग्य घोषित होने और उनके संन्यास के निर्णय ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस मामले को राजनीतिक रंग देना सही नहीं है। सभी को मिलकर खेल और खिलाड़ियों का समर्थन करना चाहिए, न कि राजनीतिक विवादों में उलझाना चाहिए। विनेश जैसी खिलाड़ियों को प्रोत्साहन और समर्थन की आवश्यकता है ताकि वे भविष्य में और अधिक सफलता हासिल कर सकें।
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