UPNEWS : प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ओवरलोडिंग पर अंकुश लगाने के साफ निर्देश दिए हैं। लेकिन जालौन के परिवहन विभाग पर सीएम के निर्देशों का कोई असर नहीं हो रहा है। जिले में सैकड़ो की संख्या में ओवरलोड ट्रक सड़को पर फर्राटा भर रहे हैं। जिससे जिले की सड़कें ध्वस्त होती जा रहीं हैं। वहीं परिवहन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी जानकर भी अनजान बने हुए हैं।कार्यवाही के नाम पर जिले का परिवहन विभाग तमाम दावे कर रहा है लेकिन जमीनी तौर पर देखा जाए तो टैम्पो, ऑटो का चालान कर विभागीय अधिकारी खानापूर्ति कर रहे है।
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वरलोडिंग का गठजोड़ लंबे समय से चला आ रहा

बता दें कि जालौन में परिवहन विभाग और ओवरलोडिंग का गठजोड़ लंबे समय से चला आ रहा है। मुख्यतः मौरंग लेकर चलने वाले ट्रक बाहुबली य सफेदपोशों से जुड़े होते हैं। इन पर प्रभावी अंकुश के लिए जिले में लंबे समय से प्रसाशन, परिवहन और पुलिस का कोई भी संयुक्त अभियान नहीं चला है। जिसकी बदौलत जिले के व बाहरी जनपदों के ट्रक मालिको के हौसले बुलंद हैं। कालपी तहसील क्षेत्र से गुजरने वाले ज्यादातर ट्रक ओवरलोड होकर गुजर रहे हैं। जोकि सड़कों को ध्वस्त करते हुए जाते हैं। लेकिन जिले में इन पर लगाम लगाने वाला कोई नहीं है।
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परिवहन विभाग पर इस सिंडिकेट से गठजोड़ के आरोप

इन ट्रकों को सुरक्षित जिले की सीमा से बाहर निकालने के लिए बकायदा एक सिंडिकेट काम कर रहा है। जो कि प्रत्येक ओवरलोड ट्रक से रुपये लेकर जिले की सीमा से बाहर सुरक्षित पहुंचाता है। जिले के परिवहन विभाग पर इस सिंडिकेट से गठजोड़ के आरोप भी लगते हैं। लेकिन परिवहन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ऐसे लोगो पर कार्यवाही करने की बजाए अपना अलग ही राग अलाप रहा है।
ओवरलोड वाहन पर कार्यवाही की जाती है
जिले में ओवरलोडिंग को लेकर एआरटीओ प्रवर्तन राजेश कुमार का कहना है कि जिले में दो एआरटीओ और एक आईटीओ मिलाकर तीन दल कार्य कर रहे हैं। सड़को पर जो भी ओवरलोड वाहन पाया जाता है उसपर कार्यवाही की जाती है।