Varanasi: बाबा विश्वनाथ के शहर बनारस में प्रभु श्री राम के नाम का लोन मिलता है.वाराणसी के अनोखे राम रमापति बैंक में पूरे साल यह लोन दिया जाता है.इसके लिए बैंक की ओर से कुछ नियम भी तय किए गए है.भक्त अपने मनचाहे मुरादों को पूरा करने के लिए इस बैंक से राम नाम का लोन लेते है और फिर 250 दिनों में उसे लौटाता भी है. 97 साल पुराने इस बैंक में लेन देन का सारा काम भगवान राम के नाम पर ही होता है. रामनवरी से 10 दिनों तक इस बैंक में भक्त राम नाम के इस जमा पूंजी का दर्शन करने आते हैं.इए बैंक में अब तक 19 अरब 45 करोड़ से ज्यादा हस्तलिखित राम नाम की पूंजी भक्तों ने जमा किया है.पूरी दुनिया में ये इकलौता ऐसा बैंक है जहां भगवान राम के नाम की इतनी पूंजी जमा है.
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काशी विश्वनाथ मंदिर के करीब है बैंक
बता दें कि इस बैंक का संचालन सरकार नहीं बल्कि भगवान राम के भक्त ही करतें है. वाराणसी में विश्वनाथ मंदिर के करीब दुनिया का ये सबसे अनोखा बैंक स्थित है.बैंक का संचालन करने वाले आकाश मेलरोत्रा ने बताया कि हर साल भक्तों के आस्था और विश्वास के कारण इस बैंक में रामनाम की पूंजी बढ़ती जा रही है.
हर दिन 500 राम नाम का करना पड़ता है लेखन
आकाश ने बताया कि अपने मनोवांछित मनोकामना को पूरा करने के लिए भक्त यहां आते है. इस राम रमापति बैंक से अब तक हजारों लोगों की मुराद पुरी हो चुकी है.इस बैंक से लोन लेते समय कुछ नियमों का पालन भी करना होता है.लोन लेने के साथ भक्तों को शपथ पत्र देना होता है.शपथ पत्र के मुताबिक, कर्ज लेने वाले श्रद्धालु को 8 महीने 10 दिन तक लगातार ब्रह्ममुहूर्त में 500 रामनाम का लेखन करना पड़ता है.इस दौरान भक्तों को सिर्फ सात्विक भोजन ही करना होता है. ऐसी मान्यता है जो इन नियमों के पालन के साथ 8 महीने 10 दिन ऐसा करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है.
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