Parliament Winter Session: उत्तर प्रदेश के संभल में मस्जिद के सर्वे (Sambhal Jama Masjid Case) को लेकर भड़की हिंसा में 5 लोगों की मौत मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आज संसद के शीतकालीन सत्र में भाजपा पर निशाना साधते हुए संभल पुलिस और प्रशासन पर सवाल उठाए हैं।सदन में संभल पर चर्चा की मांग को लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा,संभल की पहचान आपसी भाईचारे के तौर पर होती थी सर्वे को लेकर संभल के मुस्लिमों ने तो अपना धैर्य रखा लेकिन पुलिस अधिकारियों ने अपने प्राइवेट हथियारों से वहां गोली चलाई सीओ ने लोगों से गालीगलौज की और लोगों पर लाठियां बरसाईं।अखिलेश यादव ने संभल हिंसा मामले पर डीएम,एसपी सहित प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करने की मांग की।
सदन में गूंजा संभल हिंसा का शोर

संसद के शीतकाली सत्र की शुरुआत 25 नवंबर से हो चुकी है लेकिन सदन की कार्यवाही एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी अब तक सुचारु ढंग से चलती दिखाई नहीं थी।इंडिया गठबंधन में सदन के भीतर चर्चा के मुद्दे को लेकर टकराव देखा गया एक तरफ जहां कांग्रेस पार्टी सत्ता पक्ष को गौतम अडानी के मामले पर बीजेपी को घेरना चाह रही थी तो वहीं संभल जैसे मुद्दे को लेकर सपा प्रमुख बीजेपी पर हमलावर होते दिखाई दिए।उन्होंने कहा कि,संभल भाईचारे के लिए जाना जाता था जहां सदियों पुराना भाईचारा रहा है वहां अचानक घटी यह घटना सोची-समझी साजिश के तहत हुई है संभल के भाईचारे को गोली मारने का काम पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने किया है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव भाजपा पर हुए हमलावर

यूपी उपचुनाव की तारीख को बदले जाने को लेकर अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर सवाल उठाया और कहा कि,यूपी में 9 सीटों पर उपचुनाव पहले 13 तारीख को होना था उसे बाद में बदलकर 20 नवंबर कर दिया गया।संभल में जामा मस्जिद के खिलाफ 19 नवंबर 2024 को सिविल जज के सामने याचिका लाई गई जिस पर कोर्ट ने दूसरे पक्ष को सुने बगैर ही सर्वे का आदेश दिया डीएम का आदेश पढ़े बिना 2 घंटे के भीतर सर्वे टीम पुलिस बल के साथ मस्जिद में पहुंच गई इसके बावजूद मस्जिद कमेटी ने सहयोग दिया 22 नवंबर को जब मुस्लिम समाज के लोग नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद पहुंचे तो वहां बैरिकेड लगाए गए लेकिन उन्होंने शांतिपूर्वक नमाज अदा की।
यूपी उपचुनाव में प्रशासन के रवैये पर उठाए सवाल

यूपी उपचुनाव में अधिकारियों के रवैये को लेकर भी सपा मुखिया ने सदन में अपनी बात रखी उन्होंने कहा कि,इससे पहले कभी प्रशासन का चुनाव के दौरान ऐसा रवैया देखने को नहीं मिला जब लोगों को वोट ना डालने दिया जाए और वोट लूट लिए जाए।भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा यह भाजपा की सोची-समझी रणनीति है ताकि इस तरह के मामलों में लोगों को उलझाकर रखा जा सके।