हिंद महासागर में चीन की बढ़ती घुसपैठ को करारा जवाब देने के लिए INS Imphal तैयार है। इसकी कमीशनिंग रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में हुई। INS Imphal इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कड़ी है।
Indian Navy News: भारत का स्वदेशी युद्धक जहाज आईएनएस इंफाल आज नौसेना में शामिल हो गया है। इस दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे। साथ ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और मणिपुर के मुख्यमंत्री आर बिरेन सिंह भी मौजूद थे। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इम्फाल पहला वॉरशिप है, जिसका नाम उत्तर पूर्व के एक शहर के नाम पर रखा गया है। बता दें कि ब्रह्मोस मिसाइल 90 डिग्री घूमकर दुश्मनों पर हमला कर सकता है। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि आईएनएस इंफाल से हिंद महासागर में चीन की बढ़ती गतिविधियों के बीच भारत की समुद्री क्षमता मजबूत होगी। बता दे कि INS Imphal देश मे बना सबसे आधुनिक युद्धपोत है।
लगभग 75 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी साजो-सामान इस्तेमाल किया गया है…
- मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें (बीईएल, बैंगलोर)
- सतह से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइलें (ब्रह्मोस एयरोस्पेस, नई दिल्ली)
- स्वदेशी टॉरपीडो ट्यूब लॉन्चर (लार्सन एंड टुब्रो, मुंबई)
- पनडुब्बी-रोधी स्वदेशी रॉकेट लॉन्चर (लार्सन एंड टुब्रो, मुंबई)
- 76 मिमी सुपर रैपिड गन माउंट (भारत हैवी इलेक्ट्रीकल्स लिमिटेड, हरिद्वार)
ताकत और तकनीक में आगे आईएनएस इंफाल…
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आईएनएस इंफाल ताकत और तकनीक में इससे भी आगे है। आईएनएस इंफाल भारतीय नौसेना का सबसे नया स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रायर है, और अब ये नौसेना की पश्चिमी कमान का हिस्सा बन चुका है जिसकी ज़िम्मेदारी अरब सागर से लेकर मध्यपूर्व पर भारत के हितों की सुरक्षा करना है।
सतह से सतह और हवा में मार करने में सक्षम…
163 मीटर लंबाई, 7,400 टन वजन और 75 प्रतिशत स्वदेशी मटीरियल से बनी इम्फाल भारत में निर्मित सबसे शक्तिशाली वॉरशिप में से एक है। यह समुद्र में 30 समुद्री मील से अधिक की गति प्राप्त करने में सक्षम है और यह सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और सेंसर से लैस है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर की किचन…
आईएनएस इंफाल एक बार में दो महीने से ज्यादा समय तक समुद्र में रह सकता है। इस लंबीयात्रा में लगभग 350 अफसरों और नौसैनिकों के लिए दिन में तीन बार खाना और दो बार चाय-नाश्ता यहां की खास किचन में तैयार होगा जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर की बनाई गई है।