Asaduddin Owaisi on Bangladesh Violence: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बांग्लादेश (Bangladesh) में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है. असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों की खबरें चिंताजनक हैं. बांग्लादेश (Bangladesh) की सरकार और अधिकारियों का अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अल्पसंख्यकों के जीवन और संपत्ति की रक्षा करना कर्तव्य है. उन्होंने आगे कहा कि हमलों के बीच ऐसी भी खबरें आ रही हैं कि देश के बहुसंख्यक समुदाय के कई लोग अल्पसंख्यक समुदायों के घरों और पूजा स्थलों की रक्षा कर रहे हैं. यह आदर्श होना चाहिए और इस पर सभी को अमल करना चाहिए.
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बांग्लादेश में तख्तापलट और हिंदुओं पर हमले
बांग्लादेश (Bangladesh) में तख्तापलट के बाद हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता अजय आलोक ने सोमवार को अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने इसे लेकर भारत में धर्मांतरण पर सख्त कानून की वकालत करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधा. अजय आलोक ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर दावा किया, “बांग्लादेश में इस्लामिक तख्तापलट होते ही हिंदुओं को मारा जाने लगा, घर में घुसे प्रदर्शनकारी. अगर हम नहीं चेते तो 20-30 साल बाद ये दृश्य भारत के राज्यों में भी हो सकता है, जनसंख्या नियंत्रण कानून जरूरी हैं, धर्मांतरण पर और सख्त कानून चाहिए. अब हमारे पूर्व और पश्चिम में इस्लामिक आतंकवाद बिना रोक-टोक रहेगा.”
अजय आलोक का बयान
बीजेपी नेता अजय आलोक ने अपने पोस्ट में आगे कहा कि फिलिस्तीन के मुसलमानों पर खुलकर दर्द छलकाने वाली प्रियंका गांधी और असदुद्दीन ओवैसी अब बांग्लादेश (Bangladesh) के हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर मौन व्रत धारण कर लेंगे. उन्होंने दावा किया कि एक भी मुसलमान नेता या मौलवी अपील नहीं करेगा कि हिंदुओं को मत मारो। अजय आलोक ने कहा कि ये बातें देश को समझनी पड़ेंगी.
बांग्लादेश की स्थिति और भारत की प्रतिक्रिया
बांग्लादेश (Bangladesh) में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर दोनों नेताओं की प्रतिक्रियाएं दर्शाती हैं कि यह मुद्दा गंभीर है और इसका असर भारतीय राजनीति पर भी पड़ सकता है. ओवैसी ने जहां बांग्लादेश सरकार की जिम्मेदारी पर जोर दिया, वहीं अजय आलोक ने भारत में धर्मांतरण और जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग की.
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धार्मिक सहिष्णुता और आपसी सहयोग
असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी प्रतिक्रिया में इस बात पर भी जोर दिया कि बांग्लादेश (Bangladesh) के बहुसंख्यक समुदाय के कई लोग अल्पसंख्यक समुदायों के घरों और पूजा स्थलों की रक्षा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह आदर्श होना चाहिए और इस पर सभी को अमल करना चाहिए। इससे यह संदेश मिलता है कि धार्मिक सहिष्णुता और आपसी सहयोग की भावना से ही ऐसे समस्याओं का समाधान हो सकता है.
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भारतीय राजनीति में भी चर्चा का विषय
बांग्लादेश (Bangladesh) में हिंदुओं पर हो रहे हमलों की खबरें न केवल वहां के अल्पसंख्यकों के लिए चिंताजनक हैं, बल्कि यह मुद्दा भारतीय राजनीति में भी चर्चा का विषय बन गया है. असदुद्दीन ओवैसी और अजय आलोक की प्रतिक्रियाएं इस बात को दर्शाती हैं कि यह मुद्दा गंभीर है और इसे संवेदनशीलता से निपटने की आवश्यकता है. धार्मिक सहिष्णुता, आपसी सहयोग और कानून का पालन ही इस समस्या का समाधान हो सकता है.