जर्मन मंत्री भारत के ‘डिजिटल इंडिया’ के मुरीद होते हुए नजर आए हैं। बीती 19 अगस्त को बंगलुरू में आयोजित हुई जी20 की डिजिटल मंत्रियों की बैठक में शामिल हुए। इस बैठक में शामिल होने के लिए वह 18 अगस्त को बंगलुरू पहुंचे थे।

UPI Payment Model: भारत में जर्मन दूतावास ने रविवार को भारत के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की सराहना की, और साथ ही इसकी एक तस्वीर भी जर्मन दूतावास ने X (ट्विटर) पर साझा की है। बता दे कि यूपीआई को देश की सबसे बड़ी सफलता की कहानियों में से एक कहा जाता है। रविवार को जर्मनी के डिजिटल और परिवहन मंत्री वोल्कर विस्सिंग ने भारत में भुगतान करने के लिए UPI का उपयोग किया। वह न केवल यूपीआई भुगतान अनुभव से बहुत प्रभावित हुए बल्कि उन्होंने भारत के डिजिटल भुगतान मॉडल की सराहना की।
ट्वीट की गई पोस्ट में कहा गया…
जर्मन दूतावास की ओर से ट्वीट की गई पोस्ट में कहा गया है कि ‘भारत की सफलता की कहानियों में से एक डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर है UPI, हर किसी को सेकंडों में लेनदेन करने में सक्षम बनाता है। लाखों भारतीय इसका इस्तेमाल करते हैं। संघीय डिजिटल और परिवहन मंत्री ने खुद यूपीआई भुगतान की सरलता का अनुभव किया और वे बेहद रोमांचित हैं।
जी20 डिजिटल मंत्रियों की मीटिंग में शामिल होने आए…

जर्मनी के मंत्री विसिंग 19 अगस्त को बेंगलुरु में जी20 डिजिटल मंत्रियों की मीटिंग में भाग लेने पहुंचे थे। 18 अगस्त को विसिंग जी20 डिजिटल मंत्रियों की मीटिंग में भाग लेने के लिए कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु पहुंचे थे।
सोशल मीडिया पर आईं कई प्रतिक्रियाएं…

एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘यह जर्मनी में जर्मन व्यापारियों और दुकानदारों के लिए एक सौगात होगा, जो केवल नकदी लेनदेन से जूझ रहे हैं। ‘यूपीआई वैश्विक हो जाता है! जर्मनी यूपीआई प्लेटफॉर्म में कब शामिल हो रहा है?’ विशेष रूप से, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) भारत की तेज भुगतान प्रणाली है। यह ग्राहकों को तुरंत चौबीसों घंटे भुगतान करने की सुविधा प्रदान करता है। यह ग्राहक द्वारा बनाए गए वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (वीपीए) का उपयोग करता है।
क्या है UPI?

यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफ़ेस (UPI) भारत की मोबाइल-आधारित फास्ट पेमेंट सिस्टम है। यह कस्टमर्स द्वारा बनाए गए वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (VPA) का उपयोग करके इंस्टेंट पेमेंट की सुविधा देता है। अब तक श्रीलंका, फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात और सिंगापुर ने फिनटेक और पेमेंट में भारत के साथ साझेदारी की है। पीएम नरेंद्र मोदी ने जुलाई में घोषणा की थी कि भारत और फ्रांस यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) भुगतान तंत्र का उपयोग करने पर सहमत हुए हैं।
इन देशों ने की है भागीदारी..

अब तक, श्रीलंका, फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात और सिंगापुर ने उभरते फिनटेक और भुगतान समाधानों पर भारत के साथ भागीदारी की है. इससे पहले जुलाई में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि भारत और फ्रांस यूपीआई भुगतान तंत्र का उपयोग करने के लिए सहमत हुए हैं।