Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में बस हफ्ते भर का समय बाकी रह गया है. ऐसे में सभी राजनीतिक दल अपने पूरे जोश के साथ चुनाव के प्रचार-प्रसार में लगे हुए है. देश के अलग-अलग हिस्सों में पार्टियां जनता को साधने के लिए रैलियां और जनसभाएं कर रही है. ऐसे में बिहार की राजनीति हर रोज दिलचस्प होती हुई दिखाई दे रही है. बीते कुछ दिनों के बिहार की पूर्णिया लोकसभा काफी सुर्खियों में थी और अब बक्सर लोकसभा सीट चर्चा में आ गई है. वजह है यहां से भाजपा ने आगामी चुनाव के लिए प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है और सीटिंग सांसद को इस बार टिकट नहीं दिया है.
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अश्विनी चौबे ने मीडिया के सामने आकर क्या कहा ?
हर रोज बिहार की राजनीति में एक नया खेला होता हुआ दिखाई है.जिसकी वजह सियासी माहौल काफी ज्यादा दिलचस्प होता जा रहा है. आगामी चुनाव को लेकर बक्सर लोकसभा सीट से ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि भाजपा अश्विनी चौबे को चुनावी मैदान में उतारेगी,लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब उन्होंने खुद मीडिया में आकर अपना पक्ष रखा है. अश्विनी चौबे ने कहा कि पार्टी ने बहुत सम्मान दिया है, अब मैं पार्टी को सम्मान दूंगा.
क्या पार्टी से नाराज है अश्विनी चौबे ?
भाजपा के कद्दावर नेताओं में शामिल अश्विनी चौबे ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि पार्टी ने मुझे सबकुछ दिया और मैंने जन्म से ही संघर्ष किया है. हम लोग सच्चाई के साथ जीवन जीते हैं. मैंने कभी किसी के सामने हाथ नहीं फैलाए हैं. जहां तक टिकट की बात करते हैं, हम तो टिकट बांटने वालों में से थे. आज टिकट नहीं कटा है बल्कि पार्टी ने मुझे सम्मान दिया है. अश्विनी चौबे ने यह भी कहा, “मैं बक्सर का हूं, बक्सर ही रहूंगा”.अश्विनी चौबे ने आगे कहा कि मैं पार्टी से बिल्कुल भी नाराज नहीं हूं. मुझे पार्टी ने अबतक बहुत सम्मान दिया है और अब मेरी बारी है पार्टी को सम्मान देने की. मैं पार्टी से नाराज नहीं हूं, बल्कि नाराज तो वो होकर जाएंगे तो बक्सर से नहीं हैं. मैं यही रहूंगा.
बक्सर सीट से पार्टी ने किसे दिया टिकट ?
इसी कड़ी में आगे उन्होंने बक्सर सीट को लेकर कहा कि मुझे नहीं मालूम यहां क्या होने वाला है, लेकिन मैं अगले 5 साल तक सक्रिय राजनीति से जुड़ा रहूंगा. पीएम मोदी भी मुझपर भरोसा करते हैं. मेरा कसूर सिर्फ यही है कि मैं फकीर हूं और आज तक अपने और अपने परिवार के लिए किसी से कुछ मांगा नहीं है. बताते चले कि बीजेपी ने इस बार अश्विनी चौबे का टिकट काट दिया है और इस सीट से गोपालगंज जिला के रहने वाले मिथिलेश तिवारी को टिकट दिया है. दूसरी तरफ महागठबंधन की बात करें तो महागठबंधन में ये सीट राजद के खाते में गई है. राजद ने इस सीट से बिहार के पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है. बक्सर सीट से ही आनंद मिश्रा भी मैदान में हैं जिन्होंने आईपीएस की नौकरी छोड़ कम उम्र में ही राजनीति में कदम रखा है.
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