Akhilesh Yadav Speech: यूपी उपचुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है…वैसे-वैसे नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज होती जा रही है. जनता को साधने के लिए सभी दलों ने अपनी रणनीति को अंतिम रुप देना शुरु कर दिया है. उपचुनाव को लेकर चुनाव प्रचार भी जोरों पर है. इस बीच समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने मुरादाबाद के कुंदरकी में चुनावी जनसभा को संबोधित करने पहंचे. इस दौरान उन्होंने सीएम योगी पर जमकर निशाना साधा .
Read More: UPPSC RO-ARO परीक्षा को लेकर छात्र आंदोलन का निकलेगा कोई हल ? जानिए हंगामे की असली वजह…
सीएम योगी को लेकर सपा मुखिया का बड़ा दावा
मुरादाबाद के कुंदरकी में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सीएम योगी को लेकर एक बड़ा दावा किया जिसके बाद से सियासी गलियारों में हलचल मच गई है. दरअसल, सपा मुखिया ने दावा किया कि, योगी आदित्यनाथ की मुख्यमंत्री की कुर्सी जल्द ही छिनने वाली है और महाराष्ट्र चुनाव के बाद दिल्ली से उन्हें हटाया जा सकता है. अखिलेश ने कहा कि “दिल्ली वाले” पहले ही यह तय कर चुके हैं कि योगी जी की कुर्सी खतरे में है.
पीडीए की गलत व्याख्या पर कसा तंज
बताते चले कि, अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ को अंग्रेजी का ज्ञान नहीं है, इसलिए वे पीडीए की गलत फुल फॉर्म बता रहे हैं. उन्होंने कहा, “सीएम ने पीडीए का जो अर्थ बताया, वह हमारी समझ से परे है.” इसके साथ ही अखिलेश ने योगी सरकार पर पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं के प्रति नफरत रखने का भी आरोप लगाया.
प्रशासन पर बेईमानी का लगाया आरोप
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने प्रशासन पर भी निशाना साधते हुए कहा कि यदि प्रशासन ने बेईमानी नहीं की होती, तो लोकसभा चुनावों में सपा की सीटें और बढ़ जाती. उन्होंने कहा कि “बीजेपी यूपी से आई है और यूपी से ही उसका सफाया होगा.” अखिलेश यादव ने बीजेपी को नकारात्मक राजनीति करने वाली पार्टी बताते हुए कहा कि उनकी सोच और राजनीति नकारात्मकता से भरी है, जबकि पीडीए सकारात्मक राजनीति की दिशा में काम करता है.
योगी सरकार की कार्यशैली पर सवाल
इसी कड़ी में आगे अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि यूपीपीएससी के छात्रों पर लाठीचार्ज हो रहा है और सरकार इसे रोकने में नाकाम है. उन्होंने पुलिस के लाठीचार्ज पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जो अधिकारी लाठी चला रहे हैं, उन्हें भी वैसे ही सेवा मिलेगी जैसी वे कर रहे हैं. बीजेपी पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि उनकी सरकार जातिवादी नहीं, बल्कि जातिगत समरसता की पक्षधर है, जबकि बीजेपी ही असली जातिवादी है.
बीजेपी प्रत्याशियों के “वेश-भूषा” बदलने पर चुटकी
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बीजेपी प्रत्याशियों पर व्यंग्य करते हुए कहा कि वे टोपी और रुमाल पहनकर वोट मांग रहे हैं. उन्होंने रामायण का उदाहरण देते हुए कहा कि “सीता मैया का अपहरण भी भेष बदलकर किया गया था,” इसलिए लोगों को इनसे सतर्क रहना चाहिए. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी के लोग जातिगत राजनीति करते हैं और उनका मकसद समाज में डर का माहौल बनाना है.
‘सपा संविधान को बचाने की लड़ाई लड़ रही’
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि सपा संविधान को बचाने की लड़ाई लड़ रही है और इस संघर्ष को वे तब तक जारी रखेंगे जब तक दिल्ली और लखनऊ से भाजपा का सफाया नहीं हो जाता. उन्होंने बीजेपी पर “डिवाइड एंड रूल” की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि ये वही नीतियाँ हैं जो अंग्रेजों ने अपनाई थीं।
बीजेपी पर आरोप: “डर का कारोबार कर रही है”
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बीजेपी पर डर का व्यापार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि “वो मुखबिरी कर रहे हैं और भय फैलाकर अपनी राजनीति चला रहे हैं.” उन्होंने कहा कि संत बनने के लिए वेश-भूषा नहीं बल्कि विचार और वचन की शुद्धता आवश्यक है. अखिलेश यादव के इन तीखे बयानों के बाद यूपी की राजनीति में उथल-पुथल मच गई है और आने वाले चुनाव में दोनों पार्टियों के बीच मुकाबला और भी तेज होने की संभावना है.
Read More: वाराणसी में Dev Deepawali की रौशनी से चमकेगा गंगा घाट, लेजर शो और म्यूजिकल आतिशबाजी का होगा आयोजन