Jharkhand Assembly Election 2024: झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने जा रहा है. चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरु हो गया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने चुनाव आयोग (Election Commission) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. JMM के वरिष्ठ नेता मनोज पांडेय ने आरोप लगाया है कि बीजेपी नेताओं को पहले से ही चुनाव की तारीखों की जानकारी मिल चुकी थी. उन्होंने चुनाव आयोग को बीजेपी के इशारों पर काम करने वाला बताया और इसे देश के लोकतांत्रिक ढांचे के लिए खतरनाक करार दिया.
Read More: चुनाव से पहले Maharashtra कांग्रेस में खेला! विधायक हिरामन खोसकर की NCP में एंट्री
मनोज पांडेय ने चुनाव आयोग पर लगाए गंभीर आरोप

विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले राजनीतिक गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरु हो गया है. इसी कड़ी में JMM नेता मनोज पांडेय ने अपने बयान में कहा, “हम हमेशा चुनाव के लिए तैयार रहते हैं, लेकिन यह गंभीर चिंता का विषय है कि चुनाव की आधिकारिक घोषणा से पहले ही बीजेपी नेताओं को इसकी जानकारी मिल गई थी.
यह सवाल खड़े करता है कि क्या चुनाव आयोग (Election Commission) निष्पक्ष रूप से काम कर रहा है, या फिर वह बीजेपी के इशारों पर कठपुतली की तरह काम कर रहा है?” उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने पहले ही अपने बयान में कह दिया था कि चुनाव आयोग आज चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा। पांडेय ने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह की जानकारी पहले से उपलब्ध होना लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के साथ खिलवाड़ है और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल खड़े करता है.
Read More: Lakhimpur Kheri: थप्पड़ कांड को लेकर BJP का सख्त एक्शन, 4 लोगों को पार्टी से किया निष्कासित
झारखंड विधानसभा चुनाव की तैयारी

दरअसल, झारखंड में विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Election) राज्य की सभी 81 सीटों पर होना है, जिसमें हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा. वर्तमान झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को समाप्त होने वाला है, और राज्य में पिछला विधानसभा चुनाव दिसंबर 2019 में हुआ था, जिसमें हेमंत सोरेन के नेतृत्व में JMM ने जीत हासिल की थी.
हेमंत सोरेन का राजनीतिक सफर

हेमंत सोरेन ने झारखंड की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उन्होंने 4 जुलाई 2024 को तीसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. हालांकि, इससे पहले मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में गिरफ्तारी के चलते उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. गिरफ्तारी के बाद जमानत मिलने पर उन्होंने फिर से मुख्यमंत्री पद ग्रहण किया. हेमंत सोरेन ने पहली बार 13 जुलाई 2013 को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी, जब वे 1 साल 168 दिन तक इस पद पर रहे. इसके बाद, उन्होंने दूसरी बार 29 दिसंबर 2019 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और 4 साल 188 दिन तक इस पद पर बने रहे, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई थी.
JMM और BJP के बीच जुबानी जंग तेज
विधानसभा चुनाव की तारीखों का अभी ऐलान नहीं हुआ है…लेकिन इससे पहले JMM और बीजेपी के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. मनोज पांडेय के चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों के बाद राजनीतिक माहौल और गरमाया हुआ है. चुनाव आयोग (Election Commission) द्वारा जल्द ही चुनाव की तारीखों की घोषणा होने की उम्मीद है, और इसके साथ ही दोनों राज्यों में चुनावी सरगर्मियां और तेज हो जाएंगी.