संसद सुरक्षा चूक मामले में आरोपियों का होगा पॉलीग्राफी टेस्ट 2 आरोपी ने ब्रेन मैपिंग टेस्ट के लिए दी सहमति

Aanchal Singh
By Aanchal Singh

Parliament security breach: संसद की सुरक्षा में सेंधमारी मामले में दिल्ली की एक पटियाला हाउस कोर्ट ने आरोपियों का पॉलीग्राफ,नार्को और ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराने का आदेश दिया है.कोर्ट ने आरोपियों की 8 दिनों की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी है.संसद की सुरक्षा सेंधमारी में 6 आरोपियों में से 2 आरोपियों मनोरंजन डी और सागर शर्मा ने नॉर्को एनालिसिस और ब्रेन मैपिंग टेस्ट के लिए कोर्ट में अपनी सहमति दी है.जबकि संसद के बाहर नारे लगाने वाली नीलम आजाद ने पॉलीग्राफ टेस्ट कराने के लिए मना कर दिया है।

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दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने सुनवाई की

दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने शुक्रवार को संसद की सुरक्षा में सेंधमारी मामले में आज सुनवाई की.कोर्ट में एडिशनल जज हरदीप कौर ने दिल्ली पुलिस की मांग पर आरोपियों की पुलिस कस्टडी को 13 दिसंबर तक के लिए बढ़ा दिया है। साथ ही आरोपियों के पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए भी मंजूरी दी।इससे पहले दिल्ली पुलिस ने कोर्ट से सभी आरोपियों का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अनुमति मांगी थी।संसद की सुरक्षा में सेंधमारी के आरोपियों को आज पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। डिफेंस के वकील अमित शुक्ला ने दिल्ली पुलिस के आवेदन पर कोर्ट से 15 मिनट का समय मांगा, जिसे कोर्ट ने मंजूरी दे दी। इसके बाद आरोपी अमोल शिंदे, ललित झा, मनोरंजन डी, सागर शर्मा और महेश कुमावत पॉलीग्राफ टेस्ट कराने के लिए तैयार हो गए।

कोर्ट ने आरोपियों की 8 दिनों तक बढ़ाई पुलिस कस्टडी

वकील अमित शुक्ला ने दिल्ली पुलिस से मनोरंजन और सागर के नार्को और ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराने का कारण पूछा। जिस पर स्पेशल पब्लिक प्रोसिक्यूटर अखंड प्रताप ने बताया कि इसकी सलाह एक एक्सपर्ट ने दी है और वो इससे बंधे हैं।इस बीच, दिल्ली पुलिस ने मोबाइल डेटा रिकवर करने और जांच के लिए कोर्ट से पुलिस कस्टडी 8 दिन और बढ़ाने की मांग की। वकील अमित शुक्ला ने पुलिस कस्टडी का विरोध किया और कहा कि,आरोपियों की ज्यूडीसियल कस्टडी के दौरान डेटा से रिलेटेड पूछताछ की जा सकती है यहां तक कि न्यायिक हिरासत के दौरान आरोपियों का पॉलीग्राफ परीक्षण भी किया जा सकता है।

13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में हुई थी सेंधमारी

इस पर अखंड प्रताप ने बताया कि,UAPA एजेंसी को 30 दिनों तक पुलिस हिरासत बनाए रखने का अधिकार देता है।उन्होंने कोर्ट को बताया कि उन्हें फोरेंसिक साइंस लेबोरेट्री (FSL) से सोमवार तक मोबाइल फोन डेटा भी मिल जाएगा।आपको बता दें कि,13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में सेंधमारी के आरोप में दिल्ली पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था जिन्होंने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान संसद की दर्शकदीर्घा में कूदकर जूते में छिपाकर लाए गए रंग से भरे कनस्तर को छोड़कर अफरा-तफरी का माहौल पैदा कर दिया था.इसके बाद विपक्ष ने संसद की सुरक्षा में हुई इस तरह की चूक पर सरकार पर सवाल उठाए थे.संसद की सुरक्षा में सेंधमारी का ये मामला संसद से लेकर सड़कों तक गूंजा विपक्ष के कई सांसदों ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस पूरे मामले पर सदन में बयान देने की मांग की थी।

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