UP भाजपा में सरकार-संगठन के बीच तनाव,CM योगी और PM मोदी की संभावित बैठक पर नजर

Aanchal Singh
By Aanchal Singh
pm modi and cm yogi

Yogi Adityanath PM Modi Meeting: उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अंदर के राजनीतिक तनाव बढ़ते जा रहे हैं. खासकर सरकार और संगठन के बीच मतभेदों को लेकर लगातार सियासी घमासान जारी है. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने संगठन को सरकार से बड़ा बताते हुए एक प्रकार से सरकार को चुनौती दी है, जबकि खुद वे भी सरकार के हिस्सा हैं. इस स्थिति को सुधारने के लिए पार्टी और सरकार के बीच संपर्क बढ़ाने की कोशिशें चल रही हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) 27 जुलाई को नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में शामिल होने के लिए नई दिल्ली जाएंगे, जहां उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के शीर्ष नेताओं से मुलाकात हो सकती है.

Read More: Gujarat में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात,NDRF ने शुरू किया राहत कार्य

CM योगी की दिल्ली यात्रा और बैठकें

CM योगी की दिल्ली यात्रा और बैठकें

बताते चले कि सरकारी सूत्रों के अनुसार, सीएम योगी पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) से मिलेंगे. लोकसभा चुनाव (Lok Sabha elections) में यूपी भाजपा के खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी के भीतर चल रहे संघर्ष को देखते हुए ये बैठकें काफी महत्वपूर्ण हो गई हैं. 14 जुलाई को लखनऊ में हुई राज्य कार्यकारिणी की बैठक के बाद से स्थिति और गंभीर हो गई है. इन बैठकों में योगी सरकार और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच असंतोष को दूर करने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा की उम्मीद है.

विधानसभा के मॉनसून सत्र से पहले अहम बैठक

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि दिल्ली में सीएम की बैठक यूपी विधानसभा के मॉनसून सत्र की शुरुआत से ठीक पहले हो रही है. इससे उम्मीद की जा रही है कि मुख्यमंत्री विपक्ष, विशेषकर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के साथ मुकाबला करने के लिए रणनीतियों पर विचार करेंगे, जिसने लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया है और अब फिर से आक्रामक हो गई है.

Read More: IBPS क्लर्क भर्ती 2024: आवेदन की अंतिम तिथि आज, जानिए कब आयोजित होगी परीक्षा ?

‘सरकार बनाम संगठन’ की बहस

‘सरकार बनाम संगठन’ की बहस

दरअसल, ‘सरकार बनाम संगठन’ की बहस तब तेज हुई जब डिप्टी सीएम केशव मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने कहा कि संगठन सरकार से बड़ा है, जिसे सीएम योगी पर सीधी आलोचना के रूप में देखा गया. सीएम योगी ने उसी बैठक में कहा कि पार्टी के खराब प्रदर्शन का कारण अति आत्मविश्वास था.

भाजपा के भीतर मतभेद और रिपोर्ट

भाजपा के भीतर चल रही कलह ने राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया, जब तीन दिन बाद केशव मौर्य और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी (Bhupendra Chaudhary) दिल्ली में जेपी नड्डा और पीएम मोदी से मिले. भूपेंद्र चौधरी ने पीएम को एक रिपोर्ट दी, जिसमें पार्टी के खराब लोकसभा प्रदर्शन के कारणों का उल्लेख किया गया था, जैसे कार्यकर्ताओं की निष्क्रियता और उम्मीदवारों का अनुचित चयन.

CM योगी के निर्देश और RSS की भूमिका

CM योगी के निर्देश और RSS की भूमिका

सीएम योगी ने उपचुनाव की तैयारियों को लेकर प्रभारी मंत्रियों की बैठक की और उन्हें जमीनी काम पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया. पार्टी कार्यकर्ताओं के असंतोष को दूर करने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं. आरएसएस ने भी भाजपा कार्यसमिति की बैठक (BJP Working Committee meeting) में मतभेदों को दूर करने के लिए प्रयास किए हैं, जिसमें वरिष्ठ प्रचारकों ने पार्टी नेताओं से मिलकर सहयोग करने की अपील की है.

Read More: Baba Ramdev ने UP के कांवड़ रूट पर दुकानों के मालिक नाम के आदेश का किया समर्थन, विरोध को बताया राजनीतिक

Share This Article
Exit mobile version