Tej Pratap Yadav: राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव एक बार फिर अपने बयानों और सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर चर्चा में हैं। तेज प्रताप ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक भावुक और चेतावनी भरा पोस्ट किया, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है।
“मेरी खामोशी को कमजोरी न समझो…”
बताते चले कि, अपने पोस्ट में तेज प्रताप यादव ने तीखे शब्दों का इस्तेमाल करते हुए लिखा, “मेरी खामोशी को मेरी कमजोरी समझने की भूल करने वालों, ये मत समझना कि मुझे तुम्हारी साजिशों का पता नहीं। शुरुआत तुमने की है, अंत मैं करूंगा। झूठ और फरेब के बनाये इस चक्रव्यूह को तोड़ने जा रहा हूं। तैयार रहना, सच सामने आने वाला है। मेरी भूमिका मेरी प्यारी जनता और माननीय सर्वोच्च न्यायालय तय करेगा, कोई दल या परिवार नहीं।” तेज प्रताप के इस पोस्ट को लेकर अनुमान लगाए जा रहे हैं कि यह उनके निजी जीवन में चल रही उथल-पुथल और पार्टी के भीतर जारी टकराव का संकेत है।
अनुष्का संग रिश्ते के दावे के बाद मचा बवाल
आपको बता दे कि, कुछ समय पहले तेज प्रताप यादव के सोशल मीडिया से एक पोस्ट वायरल हुआ था, जिसमें दावा किया गया कि वे एक लड़की अनुष्का के साथ रिश्ते में हैं और दोनों एक-दूसरे को पिछले 12 सालों से जानते हैं। इस पोस्ट ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया और चर्चा का विषय बन गया।
लालू प्रसाद यादव की सख्त प्रतिक्रिया
इस विवाद के बाद आरजेडी प्रमुख और तेज प्रताप के पिता लालू प्रसाद यादव ने भी सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, “निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमजोर करता है। ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधियां, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है।”
“पार्टी और परिवार से छह साल के लिए बाहर”
लालू यादव ने अपने पोस्ट में स्पष्ट किया कि वे तेज प्रताप को पार्टी और परिवार दोनों से दूर कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “उपरोक्त परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूं। अब से पार्टी और परिवार में उसकी किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रहेगी। उसे पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित किया जाता है।”
राजनीतिक भविष्य पर सवाल
तेज प्रताप यादव के इस घटनाक्रम ने न केवल आरजेडी की आंतरिक राजनीति को झकझोर दिया है, बल्कि उनके राजनीतिक भविष्य पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या तेज प्रताप अब अपनी राजनीतिक राह अलग चुनेंगे या परिवार और पार्टी से सुलह की कोशिश करेंगे, यह आने वाला समय बताएगा।