Teachers’ Day 2024: शिक्षक दिवस पर PM मोदी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने देशवासियों को दी शुभकामनाएं

Akanksha Dikshit
By Akanksha Dikshit
PM modi

Teachers’ Day 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर शिक्षक दिवस के अवसर पर शुभकामना संदेश पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने कहा, “शिक्षक दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं। यह युवा मस्तिष्कों को आकार देने वाले सभी शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करने का अवसर है। डॉ. राधाकृष्णन को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि।”

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने किया शिक्षकों का सम्मान

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी शिक्षक दिवस पर अपने संदेश में शिक्षकों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने एक्स पर लिखा, “देश के युवाओं का मार्गदर्शन कर उनके अज्ञान को दूर करने वाले सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं एवं प्रख्यात शिक्षाविद, पूर्व राष्ट्रपति ‘भारत रत्न’ डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की जयंती पर उन्हें श्रद्धापूर्वक नमन।” उन्होंने शिक्षक दिवस के महत्व को समझाते हुए कहा कि शिक्षक केवल किताबी ज्ञान ही नहीं प्रदान करते, बल्कि जीवन के सच्चे अर्थों से हमें परिचित कराकर हमारे जीवन को सार्थक दिशा देते हैं।

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शिक्षक दिवस पर राष्ट्रीय पुरस्कार की घोषणा

धर्मेंद्र प्रधान ने एक अन्य पोस्ट में बताया कि शिक्षक दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ‘राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2024’ से सम्मानित करेंगी। यह पुरस्कार शिक्षकों के त्याग, तप और अद्वितीय योगदान को सम्मानित करने का एक उत्सव है। प्रधान ने कहा, “देश के सुनहरे भविष्य का निर्माण करने वाले शिक्षकों का सम्मान ! आदरणीया राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी आज शिक्षक दिवस के अवसर पर सुदृढ़ समाज और सशक्त राष्ट्र की आधारशिला रखने वाले शिक्षकों को ‘राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2024’ से सम्मानित करेंगी।”

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इस तरह हुई शिक्षक दिवस की शुरुआत

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को तत्कालीन मद्रास प्रेसीडेन्सी के चित्तूर जिले के तिरूत्तनी ग्राम में तेलुगुभाषी ब्राह्मण परिवार में हुआ था। वे पहले उपराष्ट्रपति और फिर 1962 में भारत के दूसरे राष्ट्रपति बने। जब डॉ. राधाकृष्णन 1962 में राष्ट्रपति बने और उनका जन्मदिन आया, तो उनके कुछ छात्र उनसे मिलने पहुंचे और उनका जन्मदिन मनाने का अनुरोध किया। डॉ. राधाकृष्णन ने सुझाव दिया कि उनके जन्मदिन को मनाने का सबसे अच्छा तरीका इसे शिक्षकों के समर्पित किया जाना है। इसी विचार से भारत में शिक्षक दिवस की शुरुआत हुई, और इस दिन को शिक्षकों के प्रति सम्मान और आभार प्रकट करने के लिए समर्पित किया गया।

शिक्षक दिवस पर प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्री द्वारा किए गए सम्मान और श्रद्धांजलि ने इस दिन की अहमियत को और बढ़ा दिया है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के योगदान को याद करते हुए, यह दिन शिक्षा के महत्व और शिक्षकों की भूमिका को उजागर करता है। यह अवसर समाज को शिक्षकों के प्रति आभार और सम्मान व्यक्त करने का मौका प्रदान करता है और शिक्षा के क्षेत्र में उनकी अनमोल सेवा को सराहने का अवसर है।

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