Tata Motors Share Price: गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में कामकाज की शुरुआत के बाद एक अच्छे बढ़त के बावजूद, ऑटो सेक्टर के शेयरों में दबाव देखा गया। खासकर टाटा मोटर्स के शेयरों में 7 प्रतिशत की गिरावट आई है। यह गिरावट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कार और लाइट ट्रक पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद आई है, जिसे अगले सप्ताह लागू किया जा सकता है।
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टाटा मोटर्स की अमेरिकी बाजार में अहम हिस्सेदारी

जगुआर लैंड रोवर की पैरेंट कंपनी..टाटा मोटर्स अमेरिका में एक महत्वपूर्ण बाजार हिस्सेदारी रखती है। जगुआर लैंड रोवर की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, फाइनेंशियल ईयर 2024 में कंपनी की कुल बिक्री का 22 प्रतिशत हिस्सा अमेरिकी बाजार से आता है। ऐसे में ट्रंप के इस कदम का सीधा असर टाटा मोटर्स के शेयरों पर पड़ रहा है। अमेरिकी बाजार में टाटा मोटर्स की मजबूत उपस्थिति के कारण यह टैरिफ बढ़ोतरी कंपनी के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती है।
टाटा मोटर्स के शेयरों में भारी गिरावट
गुरुवार को टाटा मोटर्स के शेयरों में 7 प्रतिशत की भारी गिरावट आई, और यह 661.35 रुपये पर अपना इंट्राडे लो लेवल बना चुके थे। वहीं, बुधवार को यह शेयर 707.95 रुपये पर बंद हुए थे। इस गिरावट के बाद, टाटा मोटर्स का शेयर अपने 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर 1,179.05 रुपये से 48 प्रतिशत नीचे गिरकर 606.20 रुपये तक पहुंच गया। पिछले पांच महीनों में इस स्टॉक में भारी बिकवाली देखी गई है, जिससे निवेशकों में चिंता का माहौल बना हुआ है।
टाटा मोटर्स ने निवेशकों को दी आश्वासन की बात

टाटा मोटर्स के प्रबंधन ने हाल ही में एक मीटिंग में निवेशकों को भरोसा दिलाया था कि जगुआर लैंड रोवर (JLR) अपनी फाइनेंशियल ईयर 2025 के EBIT गाइडेंस को पूरा करने के लिए सही दिशा में है। कंपनी के CFO ने पुष्टि की कि JLR अपने FY25 EBIT मार्जिन गाइडेंस को कम से कम 8.5% तक बनाए रखने के रास्ते पर है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि जगुआर मॉडल के बंद होने से FY26 में JLR के वॉल्यूम परफॉर्मेंस पर असर पड़ सकता है।
यूरोप में अमेरिकी टैरिफ से जूझेगा JLR

टाटा मोटर्स के प्रबंधन ने यह भी कहा कि यूरोप में संभावित अमेरिकी टैरिफ को काउंटर करने के लिए JLR को अपनी कीमतों में बढ़ोतरी करने और कॉस्ट सेविंग उपायों को लागू करने के लिए मजबूर किया जा सकता है। ट्रंप ने 2 अप्रैल से कार और लाइट ट्रक पर 25 प्रतिशत टैरिफ लागू करने की घोषणा की है, हालांकि अमेरिकी प्रशासन ने इसे अभी लागू न करने की सलाह दी है। इस तरह के कदमों से टाटा मोटर्स की अमेरिकी बिक्री और इसकी भविष्य की योजनाओं पर असर पड़ सकता है, जो कंपनी के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।
निवेशकों में चिंता का माहौल
टाटा मोटर्स के लिए इस वक्त अमेरिकी टैरिफ का मुद्दा एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय बन चुका है। निवेशकों को यह डर है कि इससे कंपनी की अमेरिकी बाजार में बिक्री और मुनाफे पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। इसके अलावा, यह भी देखना होगा कि टाटा मोटर्स भविष्य में इन चुनौतियों का कैसे सामना करती है और क्या इसे अपनी रणनीतियों में बदलाव करने की जरूरत होगी।
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