Tania Sachdev: भारत की शतरंज खिलाड़ी तानिया सचदेव (Tania Sachdev) ने दिल्ली सरकार पर शतरंज खिलाड़ियों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है। इस पर मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि वह तानिया से मिलकर उनके सुझाव सुनेंगी, ताकि इस मामले में जो भी और कदम उठाए जाने की आवश्यकता हो, वह किया जा सके। अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित 38 वर्षीय तानिया, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रहती हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने अभी तक उनकी उपलब्धियों को मान्यता नहीं दी है।
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तानिया का सोशल मीडिया पोस्ट

बताते चले कि, तानिया (Tania Sachdev) ने ‘एक्स’ पर लिखा, “2008 से भारत के लिए खेलने के बाद शतरंज में अपनी उपलब्धियों के लिए दिल्ली सरकार से मान्यता न मिलना बहुत निराशाजनक है। जो राज्य अपने चैंपियन का समर्थन करते हैं और उनका जश्न मनाते हैं, वे उत्कृष्टता को प्रेरित करते हैं और प्रतिभा को आगे बढ़ाते हैं। यह दुख की बात है कि दिल्ली ने अभी तक यह कदम नहीं उठाया है।”
तानिया ने अपनी हालिया उपलब्धियों का जिक्र किया

आपको बता दे कि, तानिया (Tania Sachdev) ने आगे कहा, “2022 शतरंज ओलंपियाड में मैंने ऐतिहासिक टीम कांस्य और व्यक्तिगत पदक जीते। इसके दो साल बाद 2024 में, ऐतिहासिक शतरंज ओलंपियाड स्वर्ण पदक जीते, लेकिन आज तक राज्य सरकार ने मुझे कोई मान्यता नहीं दी है।” तानिया ने दिल्ली के मुख्यमंत्री आतिशी और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को टैग करते हुए राज्य सरकार से शतरंज खिलाड़ियों का समर्थन करने का आग्रह किया।
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मुख्यमंत्री आतिशी ने तानिया को बातचीत के लिए आमंत्रित किया

आतिशी ने तानिया (Tania Sachdev) के पोस्ट का जवाब देते हुए उन्हें बातचीत के लिए आमंत्रित किया और यह बताया कि उनकी सरकार खेल प्रतिभाओं का समर्थन करती रही है। आतिशी ने कहा, “हाय तानिया, हमने हमेशा अपने सभी एथलीटों और खिलाड़ियों का समर्थन किया है, खासकर हमारे स्कूलों में। आपसे मिलना और यह समझना अच्छा लगेगा कि शतरंज खिलाड़ियों के लिए और क्या किया जा सकता है। मेरा कार्यालय आपसे संपर्क करेगा और मैं आपके विचारों और सुझावों को सुनने के लिए उत्सुक हूं।”
तानिया और टीम की ऐतिहासिक जीत

तानिया सचदेव(Tania Sachdev), डी हरिका, आर वैशाली, दिव्या देशमुख और वंतिका अग्रवाल भारत की उस टीम का हिस्सा थी जिसने हंगरी के बुडापेस्ट में आयोजित 45वें शतरंज ओलंपियाड में महिला स्पर्धा का खिताब जीता था। यह पहली बार था जब भारत ने इस खिताब को जीता। तमिलनाडु की वैशाली और तेलंगाना की हरिका को उनकी संबंधित राज्य सरकारों से 25-25 लाख रुपये का पुरस्कार मिला, जबकि दिव्या को महाराष्ट्र सरकार ने एक करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार दिया।
तानिया की अन्य उपलब्धियां
तानिया (Tania Sachdev) की अन्य उल्लेखनीय उपलब्धियों में 2022 शतरंज ओलंपियाड में टीम कांस्य और बोर्ड चार पर व्यक्तिगत कांस्य पदक जीतना शामिल है। वह 2005 में महिला ग्रैंडमास्टर बनने वाली भारत की आठवीं खिलाड़ी थी।