Tamil Nadu Crime News : तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले में एक दिलदहला देने वाली घटना सामने आई, यहां जब एक गर्भवती महिला को एक व्यक्ति द्वारा उसके साथ बलात्कार करने के प्रयास का विरोध करने पर चलती ट्रेन से बाहर फेंक दिया गया। यह दर्दनाक घटना उस समय घटी जब महिला एक इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन से यात्रा कर रही थी। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, और अब मामले की जांच की जा रही है।
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घटना का विवरण और महिला का साहस
गुरुवार सुबह लगभग 6:40 बजे रेवती (36) नामक महिला ने अनारक्षित टिकट लेकर कोयंबटूर-तिरुपति इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रा शुरू की थी। महिला एक महिला कोच में बैठी हुई थी और अन्य महिलाएं भी उसके साथ यात्रा कर रही थीं। लेकिन जैसे ही ट्रेन जोलारपेट्टई रेलवे स्टेशन पर पहुंची, बाकी महिलाएं उतर गईं और कोच खाली हो गया। तभी आरोपी हेमराज (27) ने ट्रेन में प्रवेश किया और महिला के अकेला होने का फायदा उठाया।

आरोपी ने महिला के साथ बलात्कार करने का प्रयास किया, लेकिन महिला ने उसकी इस हरकत का विरोध किया और उसे लात मारकर खुद को बचाने की कोशिश की। इसके बाद आरोपी ने उसे बिना किसी डर के चलती ट्रेन से बाहर फेंक दिया। महिला के हाथ, पैर और सिर पर गंभीर चोटें आईं। घटना के बाद महिला को वेल्लोर सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
महिला की बहादुरी और आरोपी की गिरफ्तारी

महिला का विरोध उस समय काफी साहसिक था, लेकिन उसका विरोध करने की कीमत उसे भारी पड़ी। हालांकि, उसकी बहादुरी ने आरोपी को कानून के शिकंजे में फंसा दिया। पुलिस ने पीड़िता के बयान के आधार पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया और उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी का रिकॉर्ड देखकर यह सामने आया कि वह एक आदतन अपराधी है और पहले भी हत्या और डकैती के मामलों में गिरफ्तार हो चुका है।
सुरक्षा के मुद्दे पर प्रशासन की जिम्मेदारी

यह घटना महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। एक सार्वजनिक परिवहन के दौरान महिला अकेली थी, तब आरोपी ने उसका शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न करने की कोशिश की। इस घटना से यह साफ होता है कि सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है। पुलिस और प्रशासन ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की, लेकिन ऐसे मामलों को रोकने के लिए और भी कड़े और प्रभावी कदम उठाए जाने चाहिए।