तमिल एक्टर ने सेंसर बोर्ड पर लगाया गंभीर आरोप…

Shankhdhar Shivi
By Shankhdhar Shivi

साउथ फिल्मों के मशहूर एक्टर ने इस बार सेंसर बोर्ड पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाते हुए कहां कि सेंसर बोर्ड ने उनकी फिल्म को पास करने के लिए 6.5 लाख रुपए रिश्वत लिए। वही एक्टर फिल्म इंडस्ट्री में होने वाले भ्रष्टाचार के बारे में बात कर रहे हैं।

Tamil Actor Talks On Corruption: तमिल एक्टर विशाल जो कि अपने दमदार एक्शन के लिए जाने जाते हैं, इन दिनों वह सुर्खियों में बने हुए हैं। बता दे कि विशाल ने अपनी फिल्म ‘मार्क एंटनी’ को पास कराने के लिए सेंसर बोर्ड पर घूस देने का आरोप लगाया। उनके इन आरोपों ने इंडस्ट्री से लेकर मीडियो तक में सनसनी मचा दी। विशाल ने कहा कि सुबह उन्होंने पैसे दिए और शाम को उनकी फिल्म पास कर दी गई। ‘मुझे अभी तक लगता था, कि सिर्फ सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार होता है। मैं शॉक्ड हूं कि सिनेमा जगत में भी यह सब हो रहा है। पैसे देते ही शाम तक फिल्म को सर्टिफिकेट मिल गया। इस खेल में ऊपर से लेकर नीचे तक कई लोग इन्वॉल्व हैं।

मजबूरी में ऐसा करना पड़ा…

विशाल ने यह वीडियो अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किया है, इसमें वह फिल्म इंडस्ट्री में हो रहे भ्रष्टाचार के बारे में खुलकर बात करते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मार्क एंटनी को हिंदी में रिलीज करने के लिए सेंसर बोर्ड के एक अधिकारी को 6.5 लाख रुपये देने पड़े। उन्होंने आगे कहा कि इसके लिए उनका बहुत कुछ दांव पर लगा था, और उनको फिल्म हिंदी में रिलीज करनी थी, इसलिए मजबूरी में ऐसा किया।

पहली किश्त देते ही स्क्रीनिंग शुरू, दूसरे ट्रांजेक्शन में सर्टिफिकेट मिला…

विशाल ने दैनिक भास्कर से कहा, ‘मुझे पता चला कि इसके पहले भी कई फिल्म मेकर्स के साथ ऐसा हो चुका है। मुझसे कहा गया कि सर्टिफिकेट के लिए 4 लाख रुपए लिया जाता है, लेकिन आप लेट आए हैं तो आपसे 6 लाख रुपए लेंगे। मुझसे कहा गया कि आपके पास एक घंटे का समय है, अगर करना हो तो बताइए, वरना छोड़ दीजिए। मुझे सर्टिफिकेट चाहिए था, इसलिए पैसा देने का फैसला किया। इनका सच बाहर लाना चाहता था, इसलिए ट्रांजेक्शन कैश न करके ऑनलाइन किया। मैंने तीन लाख रुपए का पहला ट्रांजेक्शन किया तो स्क्रीनिंग शुरू हो गई। दूसरा ट्रांजेक्शन करते ही फिल्म को सर्टिफिकेट मिल गया।

वीडियो में विशाल ने पीएम मोदी से की ये गुजारिश…

विशाल ने वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा – ‘ भ्रष्टाचार को सिल्वर स्क्रीन पर दिखाया जाना ठीक है। लेकिन रियल लाइफ में ये गलत है. खासकर सरकारी दफ्तरों में और #CBFC मुंबई कार्यालय में तो और भी ज्यादा गलत है। इसलिए मैं ये मुद्दा महाराष्ट्र के माननीय मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और मेरे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के ध्यान में ला रहा हूं। मेरी मेहनत की कमाई भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। इसलिए आपसे आशा करता हूं कि हमेशा की तरह सत्य की जीत होगी।

एक्टर का आरोप- बोर्ड के CEO भी भ्रष्टाचार में शामिल…


विशाल ने कहा, ‘सेंसर बोर्ड में मेनका नाम की एक महिला हैं, उन्होंने कहा कि यह पैसा ऊपर तक जाता है। मतलब इसमें सभी इंवॉल्व हैं। CEO (रविंद्र भाकर) सबसे ज्यादा शामिल हैं। मैंने सोचा कि फिल्म रिलीज के बाद यह सच जरूर बाहर लाऊंगा। अगर मैं ऐसा नहीं करता तो मुझे रात में नींद नहीं आती। नागरिक होने के नाते मेरा फर्ज है कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करूं।’

तमिल में हिट रही विशाल की मूवी मार्क एंटनी…


बता दें कि तमिल स्टार विशाल और एसजे सूर्या की मूवी मार्क एंटनी 15 सितंबर के दिन ही कॉलीवुड में रिलीज हो चुकी थी। इस फिल्म के तमिल वर्जन को दर्शकों ने काफी पसंद किया। इसके बाद फिल्ममेकर्स ने इस मूवी के हिंदी वर्जन को भी जारी करने का फैसला किया। जिसके बाद 28 सितंबर के दिन ही ये मूवी रिलीज हुई है। लेकिन इस बीच विशाल के इन गंभीर आरोपों ने मुंबई सेंसर बोर्ड पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

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