Suzlon Share Price: 26 मई 2025 को सुबह 9:57 बजे तक, भारतीय शेयर बाजार में सकारात्मक रुख देखने को मिला। बीएसई सेंसेक्स 761.26 अंक यानी 0.92% की तेजी के साथ 82,482.34 पर खुला। वहीं, NSE निफ्टी 220.25 अंक या 0.88% की बढ़त के साथ 25,073.40 पर ट्रेड कर रहा था।
निफ्टी बैंक और आईटी इंडेक्स में भी जबरदस्त उछाल
सुबह के कारोबार में निफ्टी बैंक इंडेक्स 432.70 अंक (0.78%) की बढ़त के साथ 55,830.95 पर पहुंच गया। निफ्टी आईटी इंडेक्स ने भी 263.45 अंक (0.70%) की तेजी दिखाई और 37,667.00 पर ट्रेड किया। इसी के साथ एसएंडपी बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स भी 327.71 अंक (0.63%) ऊपर आ गया और 51,849.13 पर बंद हुआ।
सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में शानदार उछाल
सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड के शेयर सोमवार सुबह 9:57 बजे तक 4.06% की तेजी के साथ 64.84 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। ट्रेडिंग की शुरुआत इस दिन 62.83 रुपये पर हुई थी। इस दौरान इस शेयर का हाई 65.95 रुपये और लो 62.74 रुपये दर्ज किया गया.
सुजलॉन एनर्जी का 52-सप्ताह का हाई 86.04 रुपये और लो 43.4 रुपये रहा है। वर्तमान कीमत 52-सप्ताह के उच्च स्तर से लगभग 24.64% नीचे है, जबकि 52-सप्ताह के निचले स्तर से लगभग 49.4% ऊपर ट्रेड कर रहा है।
कंपनी के कारोबार और वित्तीय स्थिति पर नजर
पिछले 30 दिनों में सुजलॉन एनर्जी के शेयरों का औसत दैनिक कारोबार लगभग 9.7 करोड़ शेयर रहा है। कंपनी का मार्केट कैप 88,123 करोड़ रुपये है और P/E रेशियो 75.3 दर्ज किया गया है। साथ ही कंपनी पर कुल 277 करोड़ रुपये का कर्ज भी है।
निवेशकों के लिए उत्साहजनक संकेत
सुजलॉन एनर्जी के शेयर ने पिछले एक वर्ष में 40.63% की बढ़त बनाई है, जबकि साल-दर-साल (YTD) आधार पर 3.86% की तेजी देखी गई है। इसके अलावा, पिछले तीन और पांच वर्षों में इस शेयर में क्रमशः 796.51% और 2,506.51% की जबरदस्त तेजी दर्ज की गई है।
Motilal Oswal ने शेयर पर BUY टैग दिया
दलाल स्ट्रीट से मिली रिपोर्ट के अनुसार, Motilal Oswal ब्रोकरेज ने सुजलॉन एनर्जी के शेयरों को खरीदने की सलाह दी है। कंपनी के लिए 75 रुपये का लक्ष्य तय किया गया है, जो वर्तमान कीमत से लगभग 15.67% ऊपर है।
Disclaimer: यह खबर केवल जानकारी के लिए है और इसे निवेश सलाह नहीं माना जाना चाहिए। शेयर बाजार में निवेश जोखिम भरा होता है। निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें।
Read More: Indian Economy: भारत बना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, जापान को पीछे छोड़ रचा नया इतिहास