Surya Grahan 2025: आज, 27 फरवरी 2025, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि है, जिसे धार्मिक दृष्टि से बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन को पितरों के प्रति श्रद्धा और तर्पण अर्पित करने का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में इस दिन विशेष अनुष्ठान करने से पुण्य लाभ प्राप्त करने की परंपरा रही है। श्रद्धालु इस दिन अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण अर्पित करते हैं और घर-परिवार में सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।
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इस दिन की धार्मिक महत्ता के बीच, एक भ्रम की स्थिति भी उत्पन्न हो गई है। कुछ लोग मानते हैं कि इस दिन सूर्य ग्रहण लगने वाला है, लेकिन इस बारे में स्पष्ट जानकारी होना आवश्यक है। अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण लगने की संभावना होती है, लेकिन यह हर अमावस्या को नहीं होता। ग्रहण तब ही लगता है जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीध में आते हैं, जो एक खगोलीय घटना होती है।
27 फरवरी 2025 को सूर्य ग्रहण नहीं लगेगा

विशेष रूप से इस साल के फाल्गुन अमावस्या के दिन, 27 फरवरी को सूर्य ग्रहण का कोई योग नहीं बन रहा है। इस दिन सूर्य और चंद्रमा एक साथ आकर अमावस्या का त्यौहार मनाएंगे, लेकिन कोई ग्रहण इस दिन नहीं होगा। इसके विपरीत, इस वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च 2025 को चैत्र माह की अमावस्या के दिन होगा। यह सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार दोपहर 2 बजकर 21 मिनट से शुरू होकर शाम 6 बजकर 14 मिनट तक रहेगा।
29 मार्च 2025 को होने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा
सूर्य ग्रहण का यह खगोलीय घटना मीन राशि और उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में घटित होगी। इस दौरान सूर्य और राहु के साथ-साथ शुक्र, बुध और चंद्रमा भी उपस्थित रहेंगे। हालांकि, यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। वैज्ञानिक दृष्टि से यह एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना होगी, जिसे खगोल प्रेमी और वैज्ञानिक ध्यान से देखेंगे, लेकिन भारतीय उपमहाद्वीप में इसका कोई प्रभाव नहीं होगा।

आज की फाल्गुन अमावस्या को लेकर कुछ भ्रम की स्थिति बनी हुई है, लेकिन यह निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि इस दिन कोई सूर्य ग्रहण नहीं होगा। इसके विपरीत, 29 मार्च को होने वाला सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार दिन में होगा, लेकिन यह भारत में दिखाई नहीं देगा और न ही इसका कोई धार्मिक प्रभाव होगा।
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