Sultanpur: शादी समारोह में करंट लगने से दो किशोरों की दर्दनाक मौत, मातम में बदलीं खुशियां

Akanksha Dikshit
By Akanksha Dikshit
प्रतीकत्मक इमेज

Sultanpur News: सुल्तानपुर (Sultanpur) के धनपतगंज थानाक्षेत्र के पियरापार गांव में रविवार की देर रात एक दर्दनाक हादसा हो गया। विवाह समारोह के दौरान लगाए गए लाइटिंग के तारों की चपेट में आने से दो किशोरों की करंट लगने से मौत दर्दनाक हो गई। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मायंग गांव मजरा पियरा पार निवासी विश्राम के घर उनकी बेटी की शादी का कार्यक्रम चल रहा था। द्वार पूजा के बाद रात लगभग 12 बजे के आसपास महिलाएं लावा की रस्म अदायगी के लिए घर के सामने नाचते-गाते कुछ दूर गईं।

इस दौरान गांव के 15 वर्षीय केशराम, पुत्र स्व. कालीदीन निषाद, और 15 वर्षीय सुरजीत, पुत्र स्व. रामकिशोर, भी डीजे की नाचते हुए साथ हो लिए। रस्म अदायगी के दौरान दोनों किशोर जमीन पर गिरे तार के करंट की चपेट में आ गए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। जिसके बाद ग्रामीण दोनों को लेकर धनपतगंज सीएचसी पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस हादसे ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया है और अचानक ही शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

परिवार का आक्रोश और केस दर्ज

केशराम की मां क्रांति देवी और सुरजीत की मां सीतापति ने करंट लगाने वाले खेत के स्वामी और डेकोरेशन का काम करने वाले व्यक्ति के खिलाफ तहरीर दी है। थाना प्रभारी पण्डित त्रिपाठी ने बताया कि तहरीर मिल गई है और केस दर्ज किए जाने की प्रक्रिया की जा रही है।

हादसे का कारण

ग्रामीणों के अनुसार, जिस जगह हादसा हुआ वहां एक खेत में झटका मशीन के लिए तार लगाए गए थे। इन्हीं तारों के खंभों में डेकोरेटर ने बिजली के तार भी लगा दिए थे। झटका मशीन का एक तार जमीन पर गिरा था, जिसके कारण खंभे में भी बिजली का करंट आ गया था। हालांकि, सही स्थिति पुलिस जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी।

दोस्ती की कहानी का दुखद अंत

केशराम और सुरजीत दोनों ही कक्षा छह में पढ़ते थे। दोनों साथ ही स्कूल जाते थे और उनकी गहरी दोस्ती थी। ग्रामीणों के अनुसार, अक्सर वे साथ ही रहते थे और अंत में दोनों ने एक साथ ही दुनिया भी छोड़ दी। दोनों के ही परिवारों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। केशराम पांच भाइयों में सबसे छोटा था, जबकि सुरजीत भी चार भाइयों में सबसे छोटा था। छोटे और सबसे प्यारे बेटों की मौत से केशराम की मां क्रांति देवी और सुरजीत की मां सीतापति सदमे में हैं। रह-रहकर दोनों कहती हैं कि उनके बेटे अभी वापस आएंगे।

यह हादसा सुल्तानपुर के पियरापार गांव के लोगों के लिए एक बड़ी त्रासदी है। शादी की खुशियों के बीच हुए इस दुखद हादसे ने पूरे गांव को गमगीन कर दिया है। पुलिस जांच के बाद ही सही कारण सामने आ पाएगा, लेकिन इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है।

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