Vande Bharat Train Attack: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में वंदे भारत (Vande Bharat) ट्रेन पर पथराव की घटना सामने आई है. इस ट्रेन में आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना के सांसद चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) भी सफर कर रहे थे. पथराव के कारण ट्रेन की खिड़की का शीशा टूट गया, जिसकी तस्वीर चंद्रशेखर आजाद ने सोशल मीडिया पर साझा की है. यह घटना तब हुई जब वंदे भारत ट्रेन दिल्ली से कानपुर की ओर जा रही थी. जैसे ही ट्रेन बुलंदशहर के कमालपुर स्टेशन को पार कर रही थी, बाहर से किसी ने ट्रेन पर जोर से पत्थर फेंके. इन पत्थरों में से एक चंद्रशेखर आजाद के आगे बैठे यात्रियों की खिड़की पर जा लगा, जिससे शीशा चकनाचूर हो गया.
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चंद्रशेखर आजाद का बड़ा दावा
इस हादसे को लेकर चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) का दावा है कि पत्थरबाजों का असल निशाना वे खुद थे, लेकिन निशाना चूक गया और आगे बैठे यात्रियों की खिड़की पर जा लगा. इस घटना से चंद्रशेखर आजाद बेहद स्तब्ध रह गए और उन्होंने रेलवे यात्रियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने सरकारी संपत्ति को हुए नुकसान का भी मुद्दा उठाया. सांसद चंद्रशेखर आजाद ने इस घटना के बाद रेलवे यात्रियों की सुरक्षा के प्रति चिंता जताई है. उन्होंने केंद्रीय रेल मंत्री और रेलवे पुलिस से आग्रह किया कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं. चंद्रशेखर आजाद ने यह भी कहा कि ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.
जागरूकता की आवश्यकता
चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) ने समाज में जागरूकता फैलाने की जरूरत पर जोर देते हुए अपील की कि रेलवे और प्रशासन को ऐसी घटनाओं से निपटने के साथ-साथ आम जनता को भी इन चीजों के प्रति जागरूक करना चाहिए. इससे न केवल सरकारी संपत्ति की सुरक्षा होगी, बल्कि रेल यात्रियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सकेगी.
सोशल मीडिया पर दिया बयान
चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) ने इस घटना की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा, “आज सुबह मैं वंदे भारत (Vande Bharat) ट्रेन से दिल्ली से कानपुर जा रहा था. सुबह लगभग 7:12 बजे बुलंदशहर के कमालपुर स्टेशन को पार करने के बाद बाहर से किसी असामाजिक तत्व ने पत्थर फेंका, जो मेरे से दो सीट आगे बैठे यात्रियों की खिड़की पर लगा और शीशा चकनाचूर हो गया.” इस घटना के बाद आजाद ने रेलवे और प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और यात्री सुरक्षित रूप से सफर कर सकें.