Stock Market Today : पिछले आठ कारोबारी सत्रों से भारतीय शेयर बाजार में लगातार गिरावट देखी जा रही है। इस गिरावट के चलते निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। सिर्फ आठ दिनों में बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी में 25.31 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी में बड़ी गिरावटपिछले पांच कारोबारी सत्रों में बीएसई सेंसेक्स 1,920.98 अंक यानी 2.46 प्रतिशत गिरा, वहीं निफ्टी 630.7 अंक यानी 2.67 प्रतिशत नीचे आ गया।

इस गिरावट से निवेशकों के बीच चिंता का माहौल बन गया है, जिससे बाजार का माहौल अस्थिर हो गया है। शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स 199.76 अंक यानी 0.26 प्रतिशत गिरकर 75,939.21 पर बंद हुआ। इस दौरान बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 25.31 लाख करोड़ रुपये घटकर 4,00,19,247 करोड़ रुपये (4,610 अरब डॉलर) रह गया है।
Read more :Hexaware Tech IPO: क्या आपको इस आईपीओ में निवेश करना चाहिए? जानें एनालिस्ट्स का रुझान
कमजोर तिमाही नतीजे और विदेशी पूंजी निकासी का असर
शेयर बाजार में गिरावट के मुख्य कारणों में कंपनियों की कमजोर आय, विदेशी निवेशकों की निकासी, और वैश्विक व्यापार युद्ध को लेकर अनिश्चितता प्रमुख हैं। इन वजहों से निवेशकों के बीच जोखिम से बचने की भावना बढ़ी है। इस कारण शेयर बाजार में बिकवाली बढ़ी है।

शुक्रवार को सेंसेक्स में अडानी पोर्ट्स के शेयर में चार प्रतिशत से अधिक गिरावट आई। इसके अलावा, अल्ट्राटेक सीमेंट, सन फार्मा, इंडसइंड बैंक, एनटीपीसी और टाटा स्टील भी नुकसान में रहे। हालांकि, नेस्ले, आईसीआईसीआई बैंक, इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और एचसीएल टेक जैसे कुछ कंपनियों के शेयर लाभ में रहे।
भविष्य में औरगिरावट का अनुमान
आपको बता दें कि इस बारें बताते हुए विनोद नायर, जो जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख हैं.. उन्होनें कहा कि, “कमजोर तिमाही नतीजों, रुपये की गिरावट, और शुल्क जैसे बाहरी कारकों से निकट भविष्य में बाजार धारणा कमजोर रहने का अनुमान है।

अगर एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) की निकासी जारी रहती है, तो गिरावट और बढ़ सकती है।” उन्होंने यह भी कहा कि जब तक कंपनियों के आय नतीजों में सुधार नहीं होता और शुल्क पर स्पष्टता नहीं मिलती, तब तक बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है।
Read more :Varun Beverages Share Price:वरुण बेवरेजेज के शेयर की गिरावट.. बिकवाली का दबाव बना हुआ, जानें कारण
बाजार में बिकवाली का माहौल
इसी के साथ एंजल वन के वरिष्ठ विश्लेषक ओशो कृष्णन ने भी बताया कि , “भारतीय शेयर बाजार में आई इस जोरदार गिरावट ने पिछले दो हफ्तों की तेजी को पूरी तरह से फीका कर दिया है। इस सप्ताह लगातार आठ सत्रों में बिकवाली हुई, जिससे निवेशकों में चिंता का माहौल बन गया है।

”कब थमेगा गिरावट का दौर?शेयर बाजार में जारी गिरावट से निवेशकों के मन में सवाल उठ रहा है कि यह गिरावट कब थमेगी। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक कंपनियों की आय में सुधार नहीं होता और वैश्विक स्थिति में कोई बदलाव नहीं आता, तब तक बाजार में अस्थिरता और गिरावट जारी रह सकती है।