Stock Market Holidays 2025: 14 मार्च को होली के अवसर पर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में कोई कारोबार नहीं होगा। यह दिन शेयर बाजार के लिए अवकाश रहेगा। होली शुक्रवार को है, और यह सप्ताह का आखिरी कारोबारी दिन है। इस लिहाज से बाजार 17 मार्च को फिर से खुलेगा क्योंकि शनिवार और रविवार को बाजार में साप्ताहिक अवकाश होता है।
Read More: IndusInd Bank Share:क्यों 27% भरभरा गया इंडसइंड बैंक का शेयर? जानिए वजह
शेयर बाजार में दबाव जारी

शेयर बाजार लंबे समय से दबाव में है और इस दौरान निवेशकों को निराशा का सामना करना पड़ रहा है। विभिन्न कारणों से जैसे डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों, डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी, और वैश्विक वित्तीय परिस्थितियों ने बाजार को दबाव में डाल दिया है। इसी दौरान, निफ्टी इंडेक्स सितंबर के अपने शिखर से करीब 15% गिर चुका है, जो पिछले 29 वर्षों में सबसे बड़ी गिरावट का संकेत है। ऐसे में निवेशकों की नजरें अब होली के बाद इस दबाव से मुक्ति की उम्मीदों पर टिकी हैं।
2025 में विभिन्न छुट्टियों के दौरान बाजार रहेगा बंद

2025 में शेयर बाजार में अवकाश की एक लंबी सूची है। होली के बाद 31 मार्च को ईद-उल-फितर, 10 अप्रैल को श्री महावीर जयंती, 14 अप्रैल को डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर जयंती और 18 अप्रैल को गुड फ्राइडे के अवसर पर भी बाजार बंद रहेगा। इसके अतिरिक्त, स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त), गणेश चतुर्थी (27 अगस्त), दिवाली (21-22 अक्टूबर), और क्रिसमस (25 दिसंबर) पर भी शेयर बाजार में कोई कारोबार नहीं होगा। हालांकि, दिवाली के दिन मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए एक घंटे का कारोबार होता है।
अमेरिकी बाजार में गिरावट का असर भारतीय बाजारों पर भी हो सकता
अमेरिकी बाजार में लगातार गिरावट का सिलसिला जारी है। डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों के कारण अमेरिकी बाजार में मंदी का माहौल बन गया है। इससे पहले अमेरिकी बाजार राष्ट्रपति ट्रंप की नीतियों से उत्साहित था, लेकिन अब वहां घबराहट का माहौल है। मंगलवार को भी अमेरिकी बाजार लाल निशान पर बंद हुआ। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर अमेरिका में बिकवाली और मंदी का दौर जारी रहता है, तो इसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ेगा। अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था है, और वहां की हलचलों का प्रभाव भारत सहित अन्य देशों के बाजारों पर जरूर दिखाई देता है।
भारतीय बाजार में सुधार की उम्मीद

हालांकि भारतीय बाजार पिछले कुछ महीनों से दबाव में रहा है, लेकिन हाल के दिनों में इसमें सुधार के संकेत भी दिखाई दिए हैं। ऐसे में अमेरिकी बाजार का कमजोर होना भारतीय बाजार के लिए चुनौती पेश कर सकता है, और यह सुधार के संकेतों को भी प्रभावित कर सकता है। भारतीय निवेशकों की नजर अब इस बात पर है कि वैश्विक बाजारों की स्थिति में सुधार होता है या नहीं।
Read More: kal ka mausam:होली के दिन मौसम में बदलाव, मूसलाधार बारिश और बिजली गिरने की संभावना