एलन मस्क की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा स्टारलिंक को पाकिस्तान में काम करने की मंजूरी मिल गई है। पाकिस्तान की सरकार ने 21 मार्च 2024 को अस्थायी अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) जारी कर दिया, जिससे अब वहां स्टारलिंक की सेवाएं शुरू हो सकेंगी। जबकि भारत में अभी तक इस सेवा को सरकार की मंजूरी नहीं मिली है।
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पाकिस्तान सरकार ने दी हरी झंडी
पाकिस्तान के आईटी मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के निर्देश पर स्टारलिंक को टेम्परेरी रजिस्ट्रेशन दिया गया है। आईटी मंत्री शाजा फातिमा ने कहा कि सभी सुरक्षा और नियामक एजेंसियों की सहमति के बाद यह अनुमति दी गई है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में सैटेलाइट इंटरनेट सेवाओं की आधिकारिक लॉन्चिंग के लिए यह एक अहम कदम है। इससे देश में इंटरनेट कनेक्टिविटी में सुधार आएगा और डिजिटल बुनियादी ढांचा मजबूत होगा। बता दें कि स्टारलिंक ने पिछले साल पाकिस्तान में अपनी सेवाएं शुरू करने के लिए आवेदन दिया था और सरकार की मंजूरी का इंतजार कर रही थी।

स्टारलिंक के प्लान की संभावित कीमत
एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में स्टारलिंक की सेवा लेने की संभावित लागत सामने आई थी। घरेलू उपयोग के लिए 50-250 Mbps की स्पीड वाले प्लान की कीमत 6,800 से 28,000 पाकिस्तानी रुपये प्रति माह हो सकती है। वही हार्डवेयर की लागत में उपयोगकर्ताओं को 97,000 पाकिस्तानी रुपये (लगभग 30,000 भारतीय रुपये) चुकाने पड़ सकते हैं।
कमर्शियल उपयोग के लिए महंगी होगी सेवा
स्टारलिंक की व्यावसायिक उपयोग वाली सेवाएं और भी महंगी होंगी।100-500 Mbps की स्पीड वाले प्लान की कीमत 80,000 से 95,000 पाकिस्तानी रुपये प्रति माह होगी।इंस्टॉलेशन चार्ज लगभग 2.20 लाख पाकिस्तानी रुपये हो सकता है। हालांकि, अभी तक स्टारलिंक कंपनी की ओर से आधिकारिक तौर पर इन कीमतों की पुष्टि नहीं की गई है।
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भारत में कब मिलेगी मंजूरी?
आपको बता दे…. कि भारत में अभी स्टारलिंक को सरकार की अनुमति नहीं मिली है। 2021 में भारत सरकार ने बिना मंजूरी प्री-बुकिंग करने के कारण स्टारलिंक को चेतावनी जारी की थी और इसे अपनी सेवाओं के लिए लाइसेंस लेने को कहा था।वहीं, पाकिस्तान में स्टारलिंक की एंट्री से इंटरनेट सेवाओं में बड़ा बदलाव आने की उम्मीद है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत सरकार स्टारलिंक को कब मंजूरी देती है और भारतीय ग्राहकों को यह सेवा कब तक मिलती है।