Lok Sabha election 2024: अपने बयानों के वजह से चर्चा में रहने वाला यूट्यूब मनीष कश्यप ने लोक सभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।हालांकि वो किस जगह से चुनाव लड़ेंगे इसको लेकर अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है।जबकि मनीष कश्यप ने यह साफ कर दिया है कि उन्हें चुनाव लड़ने से कोई भी नहीं रोक सकता है। दरअसल बिहार को लेकर मनीष कश्यप का कहना है कि-” बिहार के लोगों को अंदर और बाहर के लोगों ने जमकर ठगा है और नेताओं ने बिहार को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है, मनीष कश्यप का दावा है कि अब बिहार की कहानी काले अक्षरों में प्रिंट होकर नहीं आने वाली है,इसके अलावा उनका दावा है कि अब केवल बिहार में खुशहाली की कहानी सामने आएगी, वहीं मनीष कश्यप ने दावा किया है वह लोकसभा चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे भी।
Read more : ट्रेड मिल पर वॉक करते CM ममता बनर्जी घायल,सिर पर लगी गंभीर चोट तस्वीरें हुई वायरल
तेजस्वी से गले मिलने को तैयार
इस दौरान मनीष कश्यप ने तो यांह तक कह दिया कि- मुझे चुनाव लड़ने से कोई नहीं रोक सकता है। इसके अलावा उसने कहा है कि वो किसी भी दल के साथ चुनाव लड़ सकते है। लेकिन अब बिहार के विकास की बात करते हुए वो तेजस्वी यादव को बी गला लगाने को लिए तैयार है।
Read more : Bangalore में बढ़ा पानी का संकट,स्विमिंग पूल में पानी के इस्तेमाल पर लगा रोक
इसके पहले भी विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा चुके है कश्यप
वहीं मनीष कश्यप ने आगे कहा कि-” चुनाव के लिए तैयारी करने की भी कोई जरूरत नहीं है, वह बिहार के लोगों और सभी समस्याओं से पहले से अवगत हैं, उनका मानना है कि चुनाव के लड़ने के लिए तैयारी की जरूरत उन्हें करनी पड़ती है जिसके पास कोई जानकारी नहीं होती, लेकिन वह बिहार के बेटे हैं और उन्हें केवल आशीर्वाद की जरूरत है, वहीं बताया जा रहा है कि ये पहला मौका नहीं होगा जब मनीष कश्यप चुनाव लड़ेंगे, इसके पहले भी विधानसभा चुनाव में वह अपनी किस्मत आजमा चुके हैं।
Read more : भाजपा की झूठी गारंटी में पिस रही जनता- पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ
वह संसद में बिहार की आवाज बन सकेंगे
आपको बता दें कि मनीष कश्यप ने जबा इससे पहले चुनाव में अपनी भागीदारी निभाई थी। तब उस समय आपको जनता ने नकार दिया था।लेकिन वह एक बार फिर से अपना किश्मत आजमाना चाहते है। दरअसल जब वह जेल से रिहा होने के बाद उनसे मिलने के लिए आए लोगों के समर्थन को अब मनीष कश्यप राजनीतिक फायदे के रूप में भुनाने के लिए तैयार हैं। उन्हें ऐसा लगता है कि अगर लोगों का यह प्यार और समर्थन उनके राजनीतिक महत्वाकांक्षा पर मुहर लगा देता है तो वह संसद में बिहार की आवाज बन सकेंगे।