Maha Kumbh 2025: महाकुंभ 2025 (Maha Kumbh 2025) को लेकर काशी में तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए विशेष तैयारियां की जा रही हैं. पलट प्रवाह को नियंत्रित करने से लेकर, प्रस्थान के लिए रेल, सड़क और जल परिवहन के माध्यम से व्यापक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं. इसके तहत कैंट रोडवेज बस स्टेशन से 320 बसों का संचालन किया जाएगा. ये बसें हर पांच मिनट के अंतराल पर उपलब्ध होंगी, जिससे श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो.
रेलवे की विशेष तैयारियां
आपको बता दे कि, बनारस स्टेशन, सिटी स्टेशन और कैंट से मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा. पूर्वोत्तर रेलवे के बनारस मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि इन स्टेशनों पर श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए होल्ड एरिया तैयार किया जाएगा. लगभग 25 से अधिक मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा. बनारस स्टेशन से अधिकतर ट्रेनों का संचालन होगा. कैंट स्टेशन के सर्कुलेटिंग क्षेत्र में तीन हजार स्क्वायर फीट में जर्मन हैंगर विधि से शेड बनाया जाएगा, जहां पांच से छह हजार यात्रियों को ठहरने की सुविधा मिलेगी. सुरक्षा के लिए कमिश्नरेट की अतिरिक्त फोर्स तैनात की जाएगी.
सड़क परिवहन की सुविधाएं
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के वाराणसी परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक परशुराम पांडेय ने जानकारी दी कि क्षेत्रीय डिपो से बसों का संचालन किया जाएगा. कैंट डिपो की 52, काशी डिपो की 55, ग्रामीण डिपो की 33, चंदौली की 25, सोनभद्र की 32, विंध्यनगर डिपो की 28, गाजीपुर की 50 और जौनपुर डिपो की 55 बसें शामिल होंगी.
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए इलेक्ट्रिक बसों का संचालन भी प्रस्तावित है. संभावित रूप से 25 ई-बसों का संचालन किया जाएगा. हालांकि, इस पर अंतिम निर्णय लिया जाना अभी बाकी है.
जलमार्ग की अनूठी सुविधा
महाकुंभ (Maha Kumbh) में पहली बार तीर्थयात्रियों के लिए जलमार्ग से आवाजाही की सुविधा दी जाएगी. हाइड्रोजन जलयान और क्रूज का संचालन नमो घाट और रविदास घाट से प्रयागराज तक किया जाएगा. हाइड्रोजन जलयान 28 मीटर लंबा और 5.8 मीटर चौड़ा होगा, जिसमें 50-55 लोग सवार हो सकेंगे. यह जलयान चुनार और विंध्याचल होते हुए प्रयागराज तक जाएगा. जल परिवहन के किराए और समय निर्धारण के लिए पर्यटन विभाग, नगर निगम और जिला प्रशासन मंथन कर रहे हैं. दिसंबर तक सभी प्रक्रियाएं पूरी कर ली जाएंगी. रेलवे स्टेशनों और रोडवेज बस स्टेशनों पर लगे एलईडी स्क्रीन के माध्यम से महाकुंभ का लाइव प्रसारण किया जाएगा. इससे श्रद्धालु यात्रा के दौरान भी महाकुंभ के आयोजन को देख सकेंगे.
श्रद्धालुओं के लिए बेहतर अनुभव का प्रयास
काशी प्रशासन और विभिन्न विभाग इस बार महाकुंभ (Maha Kumbh) को तीर्थयात्रियों के लिए यादगार बनाने का प्रयास कर रहे हैं. चाहे वह सड़क परिवहन हो, रेलवे सुविधाएं, या जलमार्ग से यात्रा—हर पहलू को सुव्यवस्थित करने की योजना बनाई गई है. इन व्यवस्थाओं से तीर्थयात्रियों को सुरक्षित, सुविधाजनक और आरामदायक अनुभव मिलने की उम्मीद है.