Sonam Raghuwanshi News: राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में हर बीतते घंटे के साथ नए खुलासे सामने आ रहे हैं। इस मामले में पुलिस ने सोनम रघुवंशी सहित कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आज बुधवार को सोनम को कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां शिलॉन्ग पुलिस उसकी रिमांड की मांग करेगी। पुलिस अन्य चार आरोपियों को भी आज ही अदालत में पेश कर सकती है।
पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे
बताते चले कि, पुलिस की पूछताछ में सोनम रघुवंशी ने कई सनसनीखेज बातें कबूल की हैं। सूत्रों के मुताबिक, सोनम ने बताया कि उसने अपनी मां को साफ शब्दों में कहा था कि वह राजा रघुवंशी से शादी नहीं करना चाहती। उसने चेतावनी दी थी कि अगर जबरन शादी की गई, तो इसके अंजाम के लिए परिवार को तैयार रहना होगा।
राज कुशवाहा से था प्रेम संबंध
सोनम ने पुलिस को यह भी बताया कि वह राज कुशवाहा से प्रेम करती थी, जो परिवार के व्यवसाय में काम करता था। सोनम ने अपने रिश्ते की जानकारी अपनी मां को पहले ही दे दी थी, लेकिन उसकी मां ने इस संबंध पर सख्त आपत्ति जताई और समाजिक दबाव में आकर राजा से शादी करने के लिए उसे मजबूर किया।
विपिन रघुवंशी का बयान बना जांच का हिस्सा
राजा रघुवंशी के बड़े भाई विपिन ने भी पुलिस को बयान दिया है, जिसमें उन्होंने पुष्टि की है कि सोनम ने अपनी मां को राज के साथ रिश्ते की जानकारी दी थी। विपिन ने बताया कि सोनम ने मां से यह भी कहा था कि वह राजा से शादी नहीं करना चाहती, लेकिन परिवार के दबाव में वह तैयार हुई। हालांकि, उसने चेतावनी दी थी—”तुम देखना, मैं उस व्यक्ति के साथ क्या करती हूं। तुम्हें और सबको इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा।”
हनीमून पर मेघालय में हुई थी हत्या
इस दर्दनाक हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। जब यह वारदात हुई, उस वक्त सोनम और राजा अपने हनीमून पर मेघालय में थे। इसी दौरान सोनम, राज कुशवाहा और उसके तीन अन्य साथियों ने मिलकर राजा की हत्या की साजिश को अंजाम दिया। सोनम और उसके साथियों की गिरफ्तारी के बाद यह मामला और पेचीदा होता जा रहा है। पुलिस की पूछताछ से अब तक जो बातें सामने आई हैं, वे पारिवारिक रिश्तों, प्रेम संबंधों और सामाजिक दबाव के जटिल ताने-बाने को उजागर करती हैं। कोर्ट में पेशी के बाद आगे की जांच में और भी कई चौंकाने वाले पहलुओं के सामने आने की संभावना है।
नोट:यह खबर पुलिस सूत्रों और प्रारंभिक जांच पर आधारित है। कोर्ट का अंतिम निर्णय आने तक किसी भी आरोपी को दोषी नहीं माना जा सकता।