Sonam Raghuvanshi Latest News :राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। नई शादी के बाद दोनों हनीमून मनाने के लिए मेघालय पहुँचे। लेकिन किसी को अंदाज़ा नहीं था कि यह हनीमून उनके जीवन का अंतिम पड़ाव बन जाएगा। 23 मई को दोनों नोंग्रियाट गांव के एक होमस्टे से चेक आउट करने के कुछ ही घंटों बाद लापता हो गए। कुछ ही दिन बाद राजा रघुवंशी का शव एक सुनसान स्थान पर मिला, जो होमस्टे से करीब 20 किलोमीटर दूर था।
मोबाइल डेटा से खुला हत्याकांड का राज
शिलांग पुलिस की एसआईटी ने जब इस मामले की गहराई से जांच शुरू की तो उन्होंने शोहरा हिल्स क्षेत्र से PSTN डेटा निकाला। इस डेटा में लगभग 5 लाख मोबाइल नंबर शामिल थे। इन्हीं में से एक सिम कार्ड इंदौर से एक्टिव पाया गया, जो 16 मई को चालू हुआ था। पुलिस ने पाया कि यह नंबर सोनम और राजा के हर लोकेशन पर साथ-साथ मौजूद था।जैसे ही राजा की हत्या हुई, वह नंबर अचानक बंद हो गया। लेकिन 24 मई को वही नंबर अचानक बिहार में एक्टिव हुआ और फिर से बंद कर दिया गया। एसआईटी की जांच यहीं से तेज़ हो गई।
कॉल डिटेल से हुआ गहरा षड्यंत्र उजागर
जांच के दौरान पुलिस ने सोनम की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) निकाली, जिसमें यह सामने आया कि वह लगातार ‘राज’ नाम के व्यक्ति से सैकड़ों बार बात कर रही थी। इसके बाद एसआईटी ने राज की कॉल डिटेल भी खंगाली, जिसमें विशाल, आनंद और आकाश नाम के तीन और संदिग्ध सामने आए।पुलिस को शक हुआ कि यह सब एक सोची-समझी साजिश थी। 20 मई को इन तीनों के नंबर अचानक बंद करवा दिए गए और राजा की हत्या के बाद वे नंबर फिर से चालू हो गए। इससे साफ हुआ कि हत्या की योजना पहले से बनाई जा चुकी थी और सोनम इसका एक अहम हिस्सा थी।
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‘जल्दी मारो, मैं थक गई हूं’
पूछताछ में सामने आया कि सोनम ही राजा की हत्या को लेकर सबसे ज़्यादा उतावली थी। वह लगातार राज और अन्य आरोपियों पर दबाव बना रही थी। उसने हत्या के समय कहा, “जल्दी मारो, मैं थक गई हूं।” यह बयान साफ तौर पर दर्शाता है कि वह मानसिक और भावनात्मक रूप से इस हत्या में पूरी तरह शामिल थी।