बॉलीवुड में वॉर फिल्में लंबे समय से दर्शकों के बीच लोकप्रिय रही हैं, और इन फिल्मों का एक खास आकर्षण यह है कि इनमें असली घटनाओं पर आधारित कहानियों को फिल्माया जाता है। भारतीय सेना की वीरता, साहस और संघर्ष को स्क्रीन पर दिखाने वाली ऐसी फिल्मों में दर्शक अक्सर अपनी राष्ट्रीयता से जुड़ा हुआ महसूस करते हैं। इन फिल्मों की कहानी आमतौर पर वास्तविक युद्धों, संघर्षों और युद्ध के नायक सैनिकों के आधार पर बनाई जाती है। यहां कुछ ऐसी प्रमुख बॉलीवुड वॉर फिल्मों के बारे में चर्चा करेंगे, जो असली घटनाओं पर आधारित हैं और साथ ही उनकी IMDb रेटिंग भी देखेंगे।
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ग़ाज़ी अटैक (2017)

यह फिल्म 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान भारतीय पनडुब्बी, आईएनएस ग़ाज़ी और पाकिस्तान के युद्धपोत पीएनएस हिम्मत के बीच हुए संघर्ष पर आधारित है। फिल्म में भारतीय नौसेना की वीरता को दिखाया गया है, जिसमें भारतीय पनडुब्बी ने पाकिस्तान के युद्धपोत को नष्ट कर दिया। फिल्म का निर्देशन संदीप श्रीवास्तव ने किया था और इसमें मुख्य भूमिका में राणा दग्गुबाती, कौशिक सेन और अतुल कुलकर्णी थे। यह फिल्म तकनीकी दृष्टि से भी काफी प्रभावशाली मानी जाती है।
उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक (2019)
उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक 2016 में उरी, जम्मू और कश्मीर में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक पर आधारित है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में घुसकर आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाया। फिल्म की कहानी में संघर्ष, जुझारूपन और भारतीय सैनिकों की वीरता को दिखाया गया है। विकी कौशल, यामी गौतम और परेश रावल की प्रमुख भूमिकाएं हैं। यह फिल्म भारतीय सेना के जांबाजों के साहस को बेहतरीन तरीके से दर्शाती है।

चक दे! इंडिया (2007)
हालांकि यह फिल्म एक वॉर फिल्म नहीं है, लेकिन इसे एक तरह से “युद्ध” के रूप में देखा जा सकता है, क्योंकि इसमें भारतीय महिला हॉकी टीम की संघर्षों की कहानी है। यह फिल्म भारतीय टीम के कोच कबीर खान की नेतृत्व क्षमता और भारतीय महिला खिलाड़ियों के संघर्ष को दिखाती है। यह फिल्म असल में भारतीय खेलों में महिलाओं की भूमिका और भारतीय खेल टीम के संघर्ष को दर्शाती है। शाहरुख़ ख़ान ने फिल्म में मुख्य भूमिका निभाई थी, और फिल्म ने भारतीय समाज में महिलाओं की भूमिका के बारे में बहुत कुछ सोचने पर मजबूर किया।
परमाणु: द स्टोरी ऑफ पोखरण (2018)

यह फिल्म 1998 में भारत द्वारा पोखरण में किए गए परमाणु परीक्षण पर आधारित है। फिल्म में भारतीय वैज्ञानिकों और सेना के लोगों के संघर्ष और कठिनाइयों को दिखाया गया है, जिन्होंने पोखरण में सफलता प्राप्त की थी, हालांकि इस प्रक्रिया के दौरान उन्हें पश्चिमी देशों के विरोध का सामना करना पड़ा। फिल्म के निर्देशक अभिषेक शर्मा थे और मुख्य भूमिका में जॉन अब्राहम थे। इस फिल्म ने भारत के परमाणु परीक्षणों के महत्व को दर्शकों तक पहुँचाया।
लक्ष्य (2004)
लक्ष्य फिल्म 1999 के कारगिल युद्ध पर आधारित है, जिसमें भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्रों से अपनी जमीन को वापस लिया था। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे भारतीय सैनिकों ने कठिन परिस्थितियों में अपने देश की रक्षा की। इस फिल्म का निर्देशन फरहान अख्तर ने किया था और इसमें रितिक रोशन, प्रीति जिंटा और अमिताभ बच्चन मुख्य भूमिका में थे। “लक्ष्य” फिल्म भारतीय सैनिकों की बहादुरी और संघर्ष को शानदार तरीके से पेश करती है।

बीजापुर (2020)
यह फिल्म छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर इलाके में भारतीय पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई एक वास्तविक मुठभेड़ पर आधारित है। फिल्म में नक्सलियों के खिलाफ भारतीय सुरक्षा बलों के संघर्ष को दिखाया गया है। फिल्म में सशस्त्र बलों की मुश्किलें, उनकी रणनीतियाँ और उनकी वीरता को सामने लाया गया है। यह फिल्म उस क्षेत्र में जवानों द्वारा किए गए साहसिक कार्यों को दर्शाती है, जो आमतौर पर मीडिया में नहीं आता।
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T.A.P.S. (The Battle of Saragarhi)
यह फिल्म 1897 में सरगारी की लड़ाई पर आधारित है, जहां 21 सिख सैनिकों ने हजारों अफगान हमलावरों का सामना किया था। यह लड़ाई भारतीय सैन्य इतिहास की सबसे वीरतापूर्ण घटनाओं में से एक मानी जाती है। फिल्म में इस अद्वितीय साहसिक कार्य को बड़े पैमाने पर दिखाया गया है, जिसमें इन 21 सैनिकों ने अपने प्राणों की आहुति दी, लेकिन अपनी भूमि और मातृभूमि का बचाव किया।