जैन पंथ के श्री 108 विद्यासागर जी महाराज का निधन PM मोदी समेत कई बड़ी हस्तियों ने जताया अपना दु:ख

Mona Jha
By Mona Jha

Chhattisgarh News:देश में जैन समाज के लिए आज काफी ज्यादा दुखी होने वाला दिन है.समाज में आज के युग के महावीर कहे जाने वाले आचार्य विद्यासागर महाराज ने अपनी देह त्याग दी और पूरी तरह से समाधि ले ली है.छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरी में आचार्य विद्यासागर महाराज ने तड़के ढाई बजे समाधी ली है.उन्होंने कुछ समय पहले ही आचार्य पद त्याग दिया था.इसके बाद 3 दिन से वो उपवास और मौन धारण पर थे.3 दिन उपवास के बाद आचार्य विद्यासागर महाराज ने शरीर को त्याग दिया.इसकी जानकारी होते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने और कई राज्यों के सीएम ने उनके समाधि लेने पर शोक व्यक्त किया है।

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PM मोदी ने आचार्य विद्यासगर के निधन पर दु:ख जताया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर आचार्य विद्यासागर महाराज से आशीर्वाद लेते हुए उनके साथ अपनी तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा है,आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज जी का ब्रह्मलीन होना देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। लोगों में आध्यात्मिक जागृति के लिए उनके बहुमूल्य प्रयास सदैव स्मरण किए जाएंगे.वे जीवनपर्यंत गरीबी उन्मूलन के साथ-साथ समाज में स्वास्थ्य और शिक्षा को बढ़ावा देने में जुटे रहे.ये मेरा सौभाग्य है कि,मुझे निरंतर उनका आशीर्वाद मिलता रहा.पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ के चंद्रगिरी जैन मंदिर में उनसे हुई भेंट मेरे लिए अविस्मरणीय रहेगी, तब आचार्य जी से मुझे भरपूर स्नेह और आशीष प्राप्त हुआ था.समाज के लिए उनका अप्रतिम योगदान देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा।

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समय सागर महाराज होंगे अब अगले जैन संत शिरोमणि आचार्य

आपको बता दें कि,आचार्य विद्यासागर महाराज के समाधि लेने के बाद उनके शिष्य समय सागर जी महाराज जैन धर्म के अगले जैन संत शिरोमणि आचार्य होंगे. प्रथम मुनि शिष्य पूज्य प्रथम निर्यापक श्रमण मुनिश्री समयसागर जी महाराज अभी 65 साल के हैं,वो मूल रूप से कर्नाटक के रहने वाले हैं.जैन धर्म के लोग संत शिरोमणि आचार्य के बताए मार्गों पर ही आगे बढ़ते हैं।आचार्य श्री विद्यासागर महाराज का जन्म 10 अक्टूबर 1946 को कर्नाटक के बेलगांव जिले के सदलगा में शरद पूर्णिमा को हुआ था. उनके बचपन का नाम विद्याधर था,30 जून 1968 को  उन्होंने अजमेर में मुनि दीक्षा ली. 22 नवंबर 1972 को उन्हें आचार्य पद मिला था. उन्हें आचार्य ज्ञान सागर ने दीक्षा दी थी।

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MP-छत्तीसगढ़ सरकार ने घोषित किया आधे दिन का अवकाश

आचार्य विद्यासागर महाराज के निधन पर मध्य प्रदेश सरकार की ओर से आधे दिन का अवकाश घोषित कर दिया गया है। इस दौरान राष्ट्रीय आधा झुका हुआ रहेगा और राजकीय समारोह व कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जा सकेंगे।मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है, विश्ववंदनीय संत आचार्य गुरुवर श्री 108 विद्यासागर जी महाराज का समाधिस्थ होना सम्पूर्ण जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। परमपूज्य गुरुवर की शिक्षाएं सर्वदा मानवता के कल्याण और जीवों की सेवा के लिए प्रेरित करती रहेंगी। पूज्य संत श्री की पवित्र जीवन यात्रा को शत-शत नमन! इसके अलावा छत्तीसगढ़ सरकार ने भी आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के निधन पर आधे दिन का राजकीय शोक घोषित किया है।

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