Baba Siddique Murder Case: मुंबई में बॉलीवुड एक्टर सलमान खान (Shiva Gautam) के दोस्त और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) की हत्या में शामिल रहे मुख्य आरोपी शिवा गौतम की गिरफ्तारी के बाद रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं शिवा ने मुंबई पुलिस को पूछताछ में बताया कि,बाबा सिद्दीकी के ऊपर गोलियां बरसाने के बाद वो लीलावती अस्पताल भी पहुंचा था जहां उनकी मौत की पुष्टि करने के लिए वो भीड़ के बीच करीब 30 मिनट तक मौजूद रहा था।
बाबा सिद्दीकी को बांद्रा में उनके बेटे जिशान सिद्दीकी (Zeeshan Siddique) के ऑफिस के बाहर गोली मारी गई थी जिसके बाद वहां अफरा-तफरी मच गई थी आनन-फानन में बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) को लीलावती अस्पताल ले जाया गया था जहां उनकी मौत हो गई थी।शिवा ने पुलिस को बताया कि,घटनास्थल से ऑटो में सवार होकर वो अस्पताल पहुंचा था जहां ये जानने के लिए वो 30 मिनट तक भीड़ में बीच में मौजूद रहा कि बाबा सिद्दीकी की मौत हुई या नहीं।
बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल शूटर शिवा ने पुलिस को चौंकाया
बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) की हत्या मामले में शिवा की ओर से किए गए खुलासे को सुनकर मुंबई पुलिस के भी होश उड़ गए उसने पूछताछ में बताया कि,गोली मारने के बाद उसने अपनी पहनी हुई शर्ट उतारकर वहीं भीड़ में फेंक दी थी जबकि जिस हथियार से हत्या की उसको पार्किंग में खड़ी एक गाड़ी के नीचे फेंक दिया था।शिव कुमार ने पुलिस को बताया कि,हत्या के बाद उसे अपने सहयोगियों धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह से उज्जैन रेलवे स्टेशन पर मिलना था जहां लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य उसे वैष्णो देवी ले जाने वाले थे लेकिन उसके दो साथियों की गिरफ्तारी से ये प्लान हो गया था।
4 अन्य सहयोगियों के साथ हुई शिवा की गिरफ्तारी
वहीं मुंबई क्राइम ब्रांच पुलिस (Mumbai Crime Branch Police) और यूपी एसटीएफ (UP STF) की मदद से बहराइच के नानपारा इलाके से शिवा गौतम की गिरफ्तारी कराने में उसके 4 दोस्तों ने पुलिस की मदद की शिवा गौतम तक पहुंचने के लिए पुलिस और एसटीएफ की टीम ने उसके 4 साथियों अनुराग कश्यप,ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी,आकाश श्रीवास्तव और अखिलेंद्र प्रताप सिंह की मदद ली इन सभी को नेपाल सीमा के पास से गिरफ्तार किया गया है।
नेपाल फरार होने से पहले पुलिस ने किया गिरफ्तार
आपको बता दें कि,अस्पताल में बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) की हत्या की पुष्टि हो जाने के बाद शिवा ऑटो लेकर ठाणे पहुंचा वहां से लोकल ट्रेन पर सवार होकर पुणे पहुंचा और पुणे से लखनऊ होते हुए बहराइच पहुंचा था जहां से उसके नेपाल जाने की पूरी व्यवस्था की गई थी लेकिन नेपाल फरार होता उससे पहले 10 नवंबर को मुंबई क्राइम ब्रांच और यूपी एसटीएफ ने नेपाल सीमा के पास से उसको गिरफ्तार कर लिया गया।