Sitapur हत्याकांड में चौंकाने वाला सच प्रॉपर्टी विवाद में शख्स ने की थी भाई,भाभी और मां की हत्या

Mona Jha
By Mona Jha

Sitapur Murder Case : यूपी के सीतापुर में उस समय हड़कंप मच गया,जिस वक्त एक युवक ने अपनी मां-पत्नी और 3 बच्चों की निर्मम हत्या कर दिया था। वहीं युवक ने अपनी मां की गोली मारकर हत्या कर दी जबकि पत्नी की हथौड़े से मारकर जान लेने के बाद युवक ने खुद को भी मौत के हवाले कर दिया था। वहीं इस मामले में आज बड़ा खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि इस हाई प्रोफाइल हत्याकांड को मृतक के भाई और सहायक टीचर अजीत सिंह ने अंजाम दिया था। इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड मृतक का भाई निकला।

उसने 6 मर्डर करके बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए मनगढ़ंत कहानी सुनाई थी। बता दें पुलिस की एसटीएफ टीम को इस मामले की जांच सौंपी गई थी। उन्होंने 11 मई को हुई इस खौफनाक वारदात का पर्दाफाश कर दिया है। फिलहाल आरोपी अजीत पुलिस की गिरफ्त में है। उससे पूछताछ की जा रही है।

Read more : PM मोदी को नामांकन से पहले खली मां की कमी बोले,”निधन के बाद मां गंगा ही मेरी मां”

ऐसे दिया घटना को अंजाम

पल्हापुर गांव निवासी अनुराग सिंह (45), उसकी पत्नी प्रियंका सिंह (40), मां सावित्री (62) की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। वहीं प्रियंका के तीन बच्चों अस्वी (12), अर्ना (8) व पुत्र आद्विक (4) को छत से फेंका गया था। पुलिस के पहुंचने पर अनुराग के बड़े भाई अजीत ने बताया था कि नशे की लत की वजह से भाई अनुराग ने मां सावित्री के साथ अपनी पत्नी प्रियंका व तीन बच्चों की हत्या कर दी। इसके बाद गोली मारकर खुद आत्महत्या कर ली।

Read more : क्या आप भी है ओबेसिटी के शिकार..? तो अपनाएं ये टिप्स और करिये अपना वजन कम

पूछताछ में क्या बोला अजीत?

सूत्रों के अनुसार, पुलिस पूछताछ में अजीत ने बताया है कि पिता का लोन चुकाने को लेकर अनुराग से अक्सर उसका विवाद होता था। अनुराग प्रॉपर्टी बेचकर लोन नहीं चुकाना चाहता था। जबकि, अजीत प्रॉपर्टी भेज कर पिता के लोन को चुकाना चाहता था। बस इसी बात को लेकर अजीत ने भाई और उसके पूरे परिवार को मार डाला। अपनी मां तक को नहीं बख्शा। वहीं इस मामले में जल्द ही और भी कई खुलासे होंगे। पुलिस की तफ्तीश जारी है। बता दें, मृतका प्रियंका सिंह गोरखपुर के कैमियरगंज विधानसभा से विधायक फतेहबहादुर सिंह की भांजी थी। पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह उसके नाना थे।

Read more : Delhi में फिर बम की दहशत,5 बड़े अस्पतालों को बम से उड़ाने की धमकी,सर्च ऑपरेशन जारी

अजीत ने पूछताछ के बाद जुर्म कुबूल कर लिया

वहीं इस घटना के बारें में पुलिस ने बताया कि -“रामपुर मथुरा थाना क्षेत्र के पल्हापुर में मां, भाई उसकी पत्नी और तीन बच्चों की हत्या करने वाला आरोपी बड़ा भाई अजीत बेहद शातिर किस्म का है। महमूदाबाद के एक प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात अजीत सिंह ने छह लोगों की सुनियोजित ढंग से हत्या करने के बाद चालाकी से मनगढ़ंत कहानी बनकर पूरा आरोप अपने भाई पर ही लगा दिया। कड़ाई से पूछताछ के बाद बडे भाई अजीत सिंह ने वारदात को अंजाम देने की बात कबूल कर ली है।

Read more : जीत की हैट्रिक लगाने के लिए PM मोदी तैयार,नामांकन के दौरान दिखी NDA की एकजुटता

कई चौंकाने वाले तथ्य मिले

इस घटना के बारें में पुलिस अब अजीत से पूछताछ कर रही है। एसओजी को मामले में कई चौंकाने वाले तथ्य भी मिले हैं। पता चला है कि अजीत ने हत्या के बाद खून से अपने कपड़े भी धो डाले। पुलिस से बचने के लिए उसने अपने कपड़े छिपा भी दिए थे। फॉरेंसिक टीम ने अजीत की निशानदेही पर इन कपड़ों को भी बरामद कर लिया है। आईजी की क्राइम टीम ने उससे पूछताछ की है।

Read more : मंडी सीट से कंगना रनौत ने किया नामांकन,कहा-‘यहां से चुनाव लड़ना मेरे लिए गर्व की बात’

अन्‍य लोगों के शामिल होने की जानकारी

लखनऊ एसटीएफ और सीतापुर क्राइम ब्रांच लगातार घटना में शामिल अन्य लोगों के बारे में अजीत से जानकारी करने का प्रयास कर रही है। सूत्रों के मुताबिक पूछताछ के दौरान पुलिस टीमों को अजीत से हत्याकांड में अन्य लोगों के शामिल होने की जानकारी मिली है। इसके बाद उन लोगों की तलाश शुरू हो गई है। दूसरी ओर फरेंसिक ने दोबारा घटनास्थल कर निरीक्षण किया और साक्ष्य जुटाए। फरेंसिक टीम ने बच्चों के छत से गिरने की ऊंचाई भी नापी। क्राइम ब्रांच की टीमें आरपी सिंह, ताई अमरावती समेत परिवार के अन्य सदस्यों से पूछताछ कर रही है।

Read more : सुशील मोदी के निधन से बिहार की राजनीति में शोक की लहर,पुराने दिनों को याद कर भावुक हुए केंद्रीय मंत्री

गोलमोल जवाब से फंसा अजीत

पुलिस सूत्रों की मानें तो अजीत घटना वाले दिन से ही परिवारीजनों व पुलिस को गोलमोल जवाब दे रहा था। शक के आधार पर पुलिस अजीत और उसकी पत्नी विभा को अपने साथ ले गई और कड़ाई से पूछताछ की। पुलिस की पूछताछ में अजीत टूट गया। पुलिस के मुताबिक इतनी बड़ी वारदात के दौरान उसका कमरे में बंद होना। घर में ही छह लोगों की मौत के बाद खुद-ब-खुद कमरे से बाहर आ जाना व घायल बच्चों को इलाज के लिए ले जाने के लिए अपनी कार की चाभी न देने की बात लोगों के गले नहीं उतर रही थी।

Share This Article
Exit mobile version