Share Market Opening: शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार ने एक फ्लैट शुरुआत की। बीएसई सेंसेक्स 61.44 अंकों की हल्की बढ़त के साथ 78,119.60 अंकों पर खुला, जबकि एनएसई का निफ्टी 50 इंडेक्स भी 46.15 अंकों की तेजी के साथ 23,649.50 अंकों पर शुरू हुआ। पिछले हफ्ते की तुलना में यह शुरुआत थोड़ी सकारात्मक रही, क्योंकि बुधवार और गुरुवार को बाजार ने हरे निशान में कारोबार शुरू करने के बावजूद गिरावट के साथ समाप्ति की थी। गुरुवार को सेंसेक्स 242.07 अंकों की बढ़त के साथ 78,513.36 अंकों पर और निफ्टी 65.65 अंकों की बढ़त के साथ 23,761.95 अंकों पर खुला था।
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सेंसेक्स और निफ्टी में विभिन्न कंपनियों के प्रदर्शन का विश्लेषण

शुक्रवार को सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से 19 कंपनियों के शेयर हरे निशान में खुले, जो बढ़त को दर्शाते हैं, जबकि बाकी 9 कंपनियों के शेयर लाल निशान में खुले। इसी प्रकार, निफ्टी 50 के 50 में से 26 कंपनियों के शेयर हरे निशान में थे, जबकि बाकी की 24 कंपनियों के शेयर लाल निशान में रहे। सेंसेक्स की सबसे बड़ी बढ़त दिखाने वाली कंपनी भारती एयरटेल थी, जिसके शेयर 1.88 प्रतिशत की तेजी के साथ खुले। वहीं, इंफोसिस के शेयर में सबसे बड़ी गिरावट आई, जो 1.87 प्रतिशत घटकर खुले।
प्रमुख कंपनियों के शेयरों में उतार-चढ़ाव
शुक्रवार को कई प्रमुख कंपनियों के शेयरों में बदलाव देखा गया। पावरग्रिड के शेयर 1.51 प्रतिशत की बढ़त के साथ खुले, वहीं रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर 1.18 प्रतिशत की तेजी के साथ शुरू हुए। टीसीएस के शेयर 0.55 प्रतिशत की बढ़त के साथ खुले, जबकि अडाणी पोर्ट्स के शेयर 0.31 प्रतिशत की वृद्धि के साथ खुले। दूसरी ओर, कुछ कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई। नेस्ले इंडिया के शेयर 0.25 प्रतिशत, एचसीएल टेक के शेयर 0.21 प्रतिशत, इंडसइंड बैंक के शेयर 0.15 प्रतिशत और मारुति सुजुकी के शेयर 0.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ खुले।
बाजार की स्थिरता और आगामी भविष्य

भारतीय शेयर बाजार के इस फ्लैट ओपनिंग से यह स्पष्ट है कि निवेशकों के बीच सतर्कता बनी हुई है। हालांकि, कई प्रमुख कंपनियों में सकारात्मक वृद्धि देखी गई है, लेकिन कुछ कंपनियों के शेयरों में गिरावट का सिलसिला भी जारी रहा है। बाजार की स्थिति इस समय स्थिर नजर आ रही है, और निवेशकों को भविष्य में कुछ उथल-पुथल की उम्मीद हो सकती है, क्योंकि वैश्विक आर्थिक स्थितियां और आंतरिक व्यापारिक गतिविधियां दोनों ही शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव में योगदान देती हैं।
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