भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर शक्तिकांत दास को अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रमुख सचिव-2 नियुक्त किया गया है। शनिवार को केंद्रीय सरकार ने इस महत्वपूर्ण नियुक्ति की घोषणा की। शक्तिकांत दास, जो 1980 बैच के रिटायर्ड IAS अधिकारी हैं, अब प्रधानमंत्री के कार्यालय में अपनी नई भूमिका निभाएंगे। उनका कार्यकाल प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल तक रहेगा, या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो। वे पीएम मोदी के भरोसेमंद सहयोगी माने जाते हैं और अब प्रधानमंत्री के वरिष्ठ सलाहकार के रूप में उनकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण होगी।
आरबीआई गवर्नर के रूप में शक्तिकांत दास की भूमिका

शक्तिकांत दास भारतीय रिजर्व बैंक के 25वें गवर्नर थे। उन्होंने 11 दिसंबर 2018 को उर्जित पटेल के इस्तीफे के बाद इस पद को संभाला था। उनका कार्यकाल भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण रहा। नोटबंदी और Goods and Services Tax (GST) जैसे बड़े सुधारों में दास ने अहम भूमिका निभाई थी। इसके अलावा, उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान वित्तीय स्थिरता बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए थे। उनकी नेतृत्व क्षमता ने भारतीय अर्थव्यवस्था को मुश्किल हालातों से उबारने में मदद की।
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आर्थिक मामलों के सचिव और G20 में भारत के शेरपा

आरबीआई गवर्नर बनने से पहले, शक्तिकांत दास ने भारतीय सरकार में आर्थिक मामलों के सचिव के रूप में भी कार्य किया था। इसके अलावा, वे G20 में भारत के शेरपा भी थे और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों जैसे IMF, G20 और BRICS में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। दास की विशेषताएं सिर्फ उनकी प्रशासनिक दक्षता नहीं, बल्कि उनकी अंतरराष्ट्रीय समझ और नीति निर्माण में गहरी पकड़ भी रही है।
PM मोदी के प्रमुख सचिव-2 के रूप में शक्तिकांत दास की भूमिका
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में, शक्तिकांत दास की भूमिका अहम होगी। वह प्रधानमंत्री कार्यालय में अपने नए पद पर कार्य करेंगे और पीके मिश्रा के साथ मिलकर काम करेंगे। मिश्रा पहले से ही प्रधानमंत्री मोदी के प्रमुख सचिव-1 हैं। दास की नियुक्ति पीएम मोदी की टीम को और भी मजबूत करेगी, क्योंकि वह सरकार के प्रमुख निर्णयों में सक्रिय रूप से शामिल होंगे और देश के विभिन्न आर्थिक एवं राजनीतिक मुद्दों पर रणनीतिक सलाह देंगे।