शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा है कि मदरसों में योग दिवस की बजाए तालीम दिवस मनाना चाहिए

Laxmi Mishra
By Laxmi Mishra
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  • मदरसों में योग दिवस

उत्तर प्रदेश: आने वाले 21 जून को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा। लेकिन इससे पहले ही भारत में इसपर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के  सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क  हमेशा अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। एक बार फिर से उन्होने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर अपना बयान दिया है।     

बर्क योग दिवस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए योगी सरकार के मदरसों और दरगाह में योग दिवस का बॉयकॉट किया है। सपा सांसद ने अपने ताजा बयान में कहा, “मदरसों और दरगाह में योग दिवस की क्या आवश्यकता है? मदरसों में योग दिवस की जगह तालीम दिवस मनाना चाहिए।” योगी सरकार के मदरसों और दरगाहों में 21 जून को योग दिवस के फैसले पर सांसद बर्क ने कहा, “मदरसों में योग दिवस की बजाए तालीम दिवस मनाना चाहिए, जिससे मदरसों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को एहसास दिलाया जाए कि तुम कम पड़ रहे हो या क्या पढ़ रहे हो।”

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आगे सांसद बर्क ने कहा, “तालीम दिवस मनाने से छात्र और छात्राओं के इल्म में इजाफा होगा। सरकार चाहती है कि मदरसों में हरासमेंट पैदा हो, मदरसे न चले और मुसलमान बच्चे मजहबी तालीम हासिल न करें।” गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर संयुक्त राष्ट्र सचिवालय में योग सत्र की अगुवाई करेंगे। संयुक्त राष्ट्र  शांति स्थापना के 75 साल पूरे होने के मौके पर यहां आयोजित एक संगोष्ठी का आयोजन होगा।

बता दे कि लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी मुस्लिम समुदाय से कनेक्ट होने की हर कोशिश कर रही है। एक तरफ जहां बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा की तरफ से मोदी मित्र बनाकर मुस्लिम युवकों तक पहुंचने की कोशिश शुरू की गई है वहीं दूसरी ओर अब सरकार और अल्पसंख्यक आयोग की तरफ से अब मदरसों और दरगाहों में योग दिवस के आयोजन की प्लानिंग की गई है।

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