Saurabh murder case News:सौरभ रस्तोगी की हत्या का मामला अब तेजी से आगे बढ़ रहा है। पुलिस ने हत्याकांड के आरोपियों, मुस्कान और साहिल के मोबाइल फोन को अहम साक्ष्य के रूप में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। मुस्कान और साहिल के खिलाफ हत्या के आरोप गंभीर होते हुए, दोनों के मोबाइल लोकेशन डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है, ताकि यह स्पष्ट किया जा सके कि हत्या वाले दिन और रात वे कहां थे और उन्होंने कौन-कौन सी गतिविधियाँ कीं। इसके अलावा, दोनों के मोबाइल से प्राप्त डेटा को फोरेंसिक लैब में भेजा गया है, ताकि मामले से जुड़े और भी महत्वपूर्ण तथ्य सामने आ सकें।
Read more :Ghaziabad Encounter:गाजियाबाद में पुलिस की बदमाश से मुठभेड़..गोली लगने से शातिर गिरफ्तार
हत्या के बाद के घटनाक्रम

पुलिस ने दोनों के मोबाइल के लोकेशन का नक्शा तैयार किया है और इसे केस डायरी का हिस्सा बना लिया है। इससे पता चला है कि हत्या के दौरान मुस्कान और साहिल ने कहां-कहां यात्रा की और उनके द्वारा की गई गतिविधियाँ क्या थीं। इसके साथ ही, दोनों के स्नैपचैट पर की गई बातचीत भी केस डायरी में शामिल की जाएगी, जिससे जांच में और मदद मिल सके। पुलिस का मानना है कि मोबाइल डेटा से साक्ष्य जुटाकर, वे जल्दी ही इस मामले को सुलझा पाएंगे।
Read more :Heatwave alert: UP में 27 मार्च से तेज गर्मी .. हीट वेव का अलर्ट, इन जिलों में हॉट डे की चेतावनी
सौरभ के परिवार का आरोप

सौरभ के परिवार ने आरोप लगाया है कि मुस्कान और साहिल को जेल में खास सुविधाएँ दी जा रही हैं। उनका कहना है कि दोनों ने जेल में शातिर अपराधियों जैसी हरकतें की हैं और अब वे नशेड़ी होने का नाटक कर रहे हैं। परिवार का यह भी कहना है कि जेल प्रशासन ने इन आरोपियों की काउंसलिंग तक नहीं की है। सौरभ के परिवार ने मांग की है कि मुस्कान और साहिल को अलग-अलग जेलों में रखा जाए, ताकि वे एक-दूसरे से संपर्क नहीं कर सकें और जांच में कोई रुकावट न आए।
सौरभ की हत्या में इस्तेमाल चाकू

सौरभ की हत्या में प्रयोग किए गए चाकू और उस्तरे पर मिले फिंगरप्रिंट का मिलान किया जा रहा है। पुलिस ने मुस्कान और साहिल के फिंगरप्रिंट भी फोरेंसिक लैब में भेजे हैं। इससे यह साबित किया जा सकता है कि हत्या में इन दोनों का ही हाथ था। अब तक जनपद की फोरेंसिक टीम इन वस्तुओं पर मिले निशानों का मिलान कर चुकी है, और लैब रिपोर्ट का इंतजार है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल किया जाएगा और फिर मामला ट्रायल में जाएगा।
पीहू को सौरभ के परिवार ने लिया अपने साथ
सौरभ की हत्या के बाद, उसकी बेटी पीहू की देखभाल को लेकर भी विवाद खड़ा हो गया है। सौरभ के परिवार ने मांग की है कि पीहू को उनके पास रखा जाए क्योंकि वे मुस्कान के परिवार पर भरोसा नहीं करते। उनका कहना है कि वे पीहू को सौरभ की आखिरी निशानी मानते हुए, उसकी पूरी देखभाल करेंगे।
पुलिस की जांच
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि पुलिस इस मामले में सभी साक्ष्यों को एकत्र कर रही है, ताकि जल्द से जल्द आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल किया जा सके और आरोपी साहिल और मुस्कान के खिलाफ मुकदमा ट्रायल के लिए भेजा जा सके। पुलिस का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आरोपियों को कड़ी सजा मिले और सौरभ के परिवार को न्याय मिल सके।