Saurabh Murder Case: बुधवार को सौरभ की तेरहवीं पर उनके घर में गुस्से और शोक का माहौल था। सौरभ की मां रेनू श्रद्धांजलि देने के दौरान बेटे की यादों में इतनी भावुक हो गईं कि रोते-रोते बेहोश हो गईं। काफी देर बाद उन्हें होश आया। इस दौरान, सौरभ की बहन ने कहा, “हमारा भाई तो चला गया, लेकिन उसे मारने वाले जालिम आज भी जिंदा हैं, उन्हें सजा क्यों नहीं मिल रही?”
आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

सौरभ की हत्या पर भाजपा और अन्य राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान स्वजन ने आरोपितों साहिल और मुस्कान को मेरठ से दूर अलग-अलग जेलों में स्थानांतरित करने की मांग की। भाजपा नेताओं ने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। भाजपा नेता कमलदत्त शर्मा ने पीड़ित परिवार को सही जांच और केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजने का भरोसा दिलाया, ताकि आरोपितों को जल्द सजा मिल सके।
मुस्कान और साहिल को अलग जेल भेजने की मांग
सौरभ की तेरहवीं पर उनके परिवार में गुस्सा साफ नजर आया। परिवार के सदस्य और स्वजन आरोप लगा रहे थे कि साहिल और मुस्कान ने उनके बेटे को टुकड़ों में बांटकर बेरहमी से मारा और अब दोनों जेल में मौज कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इन आरोपितों को सजा देने की बजाय उन्हें जेल में खातिरदारी दी जा रही है। स्वजन ने भाजपा नेताओं से अपील की कि वे साहिल और मुस्कान को अलग-अलग दूरस्थ जेलों में स्थानांतरित करने के लिए मदद करें।
भाभी ने साहिल की नानी से की मुलाकात

सौरभ की हत्या के आरोपित साहिल और मुस्कान से छह दिन तक कोई मिलने नहीं आया था, लेकिन बुधवार को साहिल की नानी पुष्पा देवी जिला जेल पहुंचीं। वह साहिल से मिलने की अनुमति प्राप्त कर आधे घंटे बाद बाहर आईं और उन्होंने कहा कि साहिल ने कुछ नहीं किया, बल्कि मुस्कान ने सौरभ की हत्या की। साहिल की नानी ने यह भी कहा कि “होइहि सोइ जो राम रचि राखा,” यानी जो भी हुआ वह भगवान की इच्छा थी।
सौरभ के परिवार का आरोप
सौरभ के भाई बबलू ने भी इस मौके पर परिवार की ओर से एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि वे पीहू, सौरभ की बेटी, को घर लाना चाहते हैं। वे नहीं चाहते कि पीहू उस माहौल में रहे, जहां मुस्कान के परिवार ने उसे परवरिश दी है। उन्होंने कहा कि मुस्कान के माता-पिता भी इस हत्या में शामिल थे, और उनके खातों की जांच कराई जानी चाहिए।