Saphala Ekadashi 2024 Puja Samagri:सफला एकादशी, जो पौष माह के कृष्ण पक्ष में मनाई जाती है, विशेष रूप से भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा के लिए समर्पित होती है। इस दिन व्रत और पूजा करने से व्यक्ति को सुख-समृद्धि, सुख-शांति और आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलती है।

इस दिन विशेष रूप से पूजा में कुछ महत्वपूर्ण चीजों का समावेश करने की मान्यता है, जिन्हें अगर पूजा थाली में सही तरीके से शामिल किया जाए, तो पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होता है। सफला एकादशी की पूजा (Saphala Ekadashi 2024 Date)न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में सहायक मानी जाती है।
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सफला एकादशी की पूजा में क्या चीजें शामिल करें?
सफला एकादशी की पूजा (Saphala Ekadashi Puja)में कई विशेष सामग्रियों का समावेश करना जरूरी होता है। इन सामग्रियों के बिना पूजा अधूरी मानी जाती है।

- घी और पीला चंदन – भगवान विष्णु की पूजा में घी का विशेष महत्व है। पीला चंदन भी पूजा थाली का अभिन्न हिस्सा होता है।
- लौंग और आम का पत्ता – लौंग को भगवान विष्णु की पूजा में अर्पित किया जाता है, और आम का पत्ता शुभ माना जाता है।
- गोपी चंदन और चौकी – पूजा के स्थान को गोपी चंदन से शुद्ध किया जाता है और चौकी पर पीला या लाल वस्त्र बिछाया जाता है।
- हल्दी और फूल – हल्दी को पूजा में अपार महत्व दिया जाता है, वहीं ताजे फूलों से भगवान की पूजा की जाती है।
- नारियल और सुपारी – नारियल को भगवान विष्णु को अर्पित किया जाता है, जबकि सुपारी का भी पूजा में उपयोग होता है।
- ऋतु फल और दूध-दही – ऋतु फल, जो मौसमी होते हैं, भगवान विष्णु को अर्पित किए जाते हैं, साथ ही दूध-दही का भी पूजा में महत्व है।
- शहद और पान – शहद और पान भी पूजा में श्रद्धा पूर्वक अर्पित किए जाते हैं।
- धूप और दीपक – भगवान के समक्ष धूप और दीपक जलाना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
- अक्षत, कुमकुम और मिठाई – अक्षत और कुमकुम से पूजा की जाती है, और मिठाई भगवान को अर्पित की जाती है।
- पंचमेवा और हवन सामग्री – पंचमेवा, जो पांच प्रकार के मेवों का मिश्रण होता है, भगवान विष्णु को अर्पित किया जाता है, और हवन के लिए आवश्यक सामग्री भी पूजा में शामिल करनी चाहिए।
- तुलसी दल और गंगाजल – तुलसी का पत्ता और गंगाजल पूजा में शुद्धता और पवित्रता लाने के लिए जरूरी होते हैं।
- हवन कुंड और शृंगार सामग्री – हवन कुंड में आहुति देने से पुण्य की प्राप्ति होती है, और देवी लक्ष्मी के लिए शृंगार सामग्री भी पूजा में उपयोग की जाती है।
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सफला एकादशी के लाभ और पूजन विधि

सफला एकादशी का व्रत और पूजा करना व्यक्ति को न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से लाभकारी होता है, बल्कि इससे व्यक्ति का जीवन सुखमय और समृद्ध होता है। पूजा के दौरान भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की विशेष पूजा करने से जीवन में आर्थिक समृद्धि और शांति मिलती है। इसके अलावा, इस दिन व्रत रखने से पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है।