Saint Premanand Maharaj: राधानाम की महिमा प्रशंशा करने वाले संत प्रेमानंद ने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जो लोग निर्दोषों की जान लेते हैं और अधर्म का पालन करते हैं, उनका विनाश करना आवश्यक है। संत प्रेमानंद ने यह भी कहा कि जैसे शरीर में कैंसर होने पर हम उसे काटकर शरीर को बचाते हैं, वैसे ही समाज में पनप रहे ऐसे अधर्मी तत्वों का नाश कर समाज को बचाना चाहिए। उन्होंने बताया कि यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है और ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
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संत प्रेमानंद का आक्रोश
संत प्रेमानंद ने कहा कि पहलगाम की घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है और लोग विभिन्न तरीकों से इस पर आक्रोश जता रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर एक व्यक्ति या समूह किसी गांव या जिले का विनाश कर रहा है, तो उस पर सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। संत ने स्पष्ट रूप से कहा कि जो लोग दूसरों को पीड़ा पहुंचाते हैं, हत्या करते हैं और विनाश फैलाते हैं, उनका स्वभाव राक्षसी है। ऐसे लोगों का धर्म से कोई लेना-देना नहीं हो सकता और उनका दंड देना ही धर्म है।
आतंकवाद के खिलाफ जागरूकता अभियान
काशी विद्वत परिषद पश्चिमी भारत के आह्वान पर शनिवार को धर्माचार्यों ने बाजार में एक हिंदू जागरूकता अभियान चलाया। इस अभियान का उद्देश्य कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में आवाज उठाना था। धर्माचार्यों ने व्यापारियों से अपील की कि वे अपने प्रतिष्ठानों पर मुस्लिम कर्मचारियों को काम पर न रखें। जागरूकता अभियान के दौरान धर्माचार्य आतंकवाद के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बाजार में घूम रहे थे। पंकज शास्त्री ने व्यापारियों से आह्वान किया कि अगर वे अपनी बहन-बेटियों को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो उन्हें मुस्लिम कर्मचारियों को काम से बाहर करना होगा।
विधर्मियों का बहिष्कार करने की अपील
आचार्य सुमंत कृष्ण शास्त्री ने कहा कि जिस तरह पहलगाम में हिंदू पर्यटकों की हत्या जाति और धर्म पूछकर की गई, उसी तरह हिंदुओं को भी अब विधर्मियों का सार्वजनिक बहिष्कार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब कोई भाईचारा नहीं हो सकता और हिंदुओं को सख्त कदम उठाने की जरूरत है। आचार्य हरिहर मुदगल ने भी कहा कि अब समय आ गया है जब हिंदू समाज को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। आचार्य सुरेशचंद्र शास्त्री ने कहा कि इन विधर्मियों ने बार-बार हिंदू धर्म और सनातन संस्कृति पर हमले किए हैं और भारत सरकार को अब सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
‘जिहादियों को देश से बाहर करना चाहिए’
प्रियाशरण ने भी इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इन जिहादियों को भारत से बाहर निकाल देना चाहिए। महामंडलेश्वर स्वामी वेदानंद, स्वामी हरि कृष्णानंद, आचार्य राजू भैया, अशोक कृष्ण, हरिवंश महाराज, बंटी बाबा, गोविंद खंडेलवाल समेत अन्य प्रमुख संत और धार्मिक नेता इस अभियान में शामिल हुए और आतंकवाद के खिलाफ अपनी आवाज उठाई। इन संतों ने सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की और कहा कि अब इसे और सहन नहीं किया जा सकता।