सैनिक स्कूलों का उद्देश्य बच्चों को सैन्य प्रशिक्षण और शिक्षा प्रदान करना है, ताकि वे भारतीय सेना, नौसेना, और वायु सेना में अफसर बनने के लिए तैयार हो सकें। इन स्कूलों में बच्चों को अनुशासन, शारीरिक फिटनेस, नेतृत्व गुण और विभिन्न अन्य कौशलों के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।
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कुल कितने सैनिक स्कूल?

भारत में कुल 33 सैनिक स्कूल हैं, जो विभिन्न राज्यों में स्थित हैं। इन स्कूलों में मुख्य रूप से कक्षा 6, 7 और 9 में दाखिला लिया जाता है। इन स्कूलों का उद्देश्य बच्चों को सेना के लिए तैयार करना है, लेकिन यह भी सामान्य शिक्षा प्रदान करते हैं, जिसमें विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान, और अन्य विषय शामिल हैं।
आयु सीमा
कक्षा 6 के लिए: 10 से 12 वर्ष तक के बच्चे।
कक्षा 7 के लिए: 11 से 13 वर्ष तक के बच्चे।
कक्षा 9 के लिए: 13 से 15 वर्ष तक के बच्चे। आयु सीमा बच्चों की जन्म तिथि पर निर्भर करती है और हर साल इसमें मामूली बदलाव हो सकता है, इसलिए इसे चेक करना महत्वपूर्ण है।
शैक्षिक योग्यता
कक्षा 6 और 7 में प्रवेश के लिए, बच्चे को किसी मान्यता प्राप्त स्कूल से संबंधित कक्षा के अंतिम वर्ष में पढ़ाई कर रहे होने चाहिए।
कक्षा 9 में प्रवेश के लिए, बच्चे को कक्षा 8 में अच्छे अंक प्राप्त करने चाहिए।

सैनिक स्कूल एडमिशन परीक्षा
सैनिक स्कूल में दाखिला लेने के लिए एक प्रवेश परीक्षा (AISSEE) आयोजित की जाती है। यह परीक्षा हर साल जनवरी महीने में होती है और इसमें छात्रों को विभिन्न विषयों से सवाल पूछे जाते हैं। परीक्षा में पास होने के बाद ही बच्चे को इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट के लिए बुलाया जाता है।
परीक्षा का पैटर्न
कक्षा 6 के लिए: कुल अंक 300
विषय: गणित (100 अंक), सामान्य ज्ञान (50 अंक), अंग्रेजी (50 अंक), मानसिक योग्यता (100 अंक)
कक्षा 9 के लिए: कुल अंक 400
विषय: गणित (100 अंक), विज्ञान (75 अंक), अंग्रेजी (50 अंक), सामान्य ज्ञान (50 अंक), मानसिक योग्यता (100 अंक)
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फिजिकल और मेडिकल टेस्ट
सैनिक स्कूल में दाखिला लेने के बाद छात्रों को शारीरिक फिटनेस और स्वास्थ्य से संबंधित मेडिकल टेस्ट से गुजरना पड़ता है। मेडिकल टेस्ट में छात्र की शारीरिक स्थिति, दृष्टि, सुनने की क्षमता और अन्य स्वास्थ्य जांच की जाती है। यह सुनिश्चित किया जाता है कि छात्र शारीरिक रूप से फिट हो और सैनिक जीवन के लिए तैयार हो।
सैन्य स्कूलों में चयन प्रक्रिया
एडमिशन परीक्षा के परिणाम: प्रवेश परीक्षा के परिणामों के आधार पर, छात्रों को चयनित किया जाता है। प्रवेश परीक्षा के परिणाम को सैनिक स्कूल की आधिकारिक वेबसाइट पर घोषित किया जाता है।
मेरिट सूची: प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर मेरिट सूची तैयार की जाती है। मेरिट सूची में शामिल छात्रों को शारीरिक फिटनेस और मेडिकल परीक्षण के लिए बुलाया जाता है।
इंटरव्यू: मेडिकल टेस्ट के बाद, बच्चों को इंटरव्यू के लिए भी बुलाया जा सकता है। यह आमतौर पर चयन प्रक्रिया का एक हिस्सा होता है।
आवेदन की प्रक्रिया

सैनिक स्कूल में दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया आमतौर पर ऑनलाइन होती है।
ऑनलाइन आवेदन फॉर्म: उम्मीदवार को सैनिक स्कूल की आधिकारिक वेबसाइट से आवेदन फॉर्म डाउनलोड या ऑनलाइन भरना होता है।
आवेदन शुल्क: आवेदन करने के लिए एक निर्धारित शुल्क लिया जाता है, जिसे ऑनलाइन भुगतान किया जा सकता है।
दस्तावेजों की जांच: आवेदन के साथ जरूरी दस्तावेज जैसे जन्म प्रमाण पत्र, शैक्षिक प्रमाण पत्र, और अन्य आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करने होते हैं।
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सैनिक स्कूल में फीस
सैनिक स्कूलों में शिक्षा का खर्च सामान्य सरकारी स्कूलों के मुकाबले थोड़ा अधिक होता है। फीस में ट्यूशन शुल्क, होस्टल शुल्क, किताबें, ड्रेस, और अन्य संबंधित खर्चे शामिल होते हैं। हालांकि, भारत सरकार द्वारा छात्रों को शुल्क में कुछ छूट भी दी जाती है, और विभिन्न राज्यों में शुल्क की संरचना भी भिन्न हो सकती है।