बिहार (सहरसा): संवाददाता – शिव कुमार
सहरसा। आगामी 31 जुलाई को सहरसा बंद के संबंध में एम्स निर्माण संघर्ष समिति ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। समिति अध्यक्ष विनोद कुमार झा, संरक्षक प्रवीण आनंद, गुणेश्वर सिंह एवं कार्यक्रम प्रभारी दिग्विजय सिंह ने कहा कि एम्स को लेकर सहरसा बंदी ऐतिहासिक होगी। जिसमें सभी दलों एवं जिले वासियों का संपूर्ण सहयोग रहेगा। उन्होंने कहा कि राज्य एवं केंद्र सरकार से विगत आठ वर्षों से एम्स अस्पताल वापस करने की मांग को लेकर संघर्ष किया जा रहा है।
सहरसा मे रहेगाी ऐतिहासिक बंदीः
जिले में एम्स निर्माण को लेकर अभूतपूर्व बंदी की तैयारी अंतिम चरण में है। बंदी को ऐतिहासिक बनाने के लिए सर्वदलीय प्रखंड स्तरीय सभा हो रही है। जिसकी अगुवाई पूर्व सांसद आनंद मोहन कर रहे हैं। 26 जुलाई को सहरसा मुख्यालय , 27 जुलाई को पतरघट के धबौली पूर्वी , 28 जुलाई को नवहट्टा, सत्तर कटैया का संयुक्त कार्यक्रम पंचगछिया में, 29 जुलाई को बनमा ईटहरी, सलखुआ एवं सिमरी बख्तियारपुर का संयुक्त कार्यक्रम कलाभवन सिमरी बख्तियारपुर में होगा।
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मांगो को लेकर निकालेगें पदयात्राः
वही 30 जुलाई को शहर के व्यवसायियों से मिलने को लेकर बाजार में पदयात्रा एवं संध्या में मशाल जुलूस निकाला जायेगा। जबकि 31 जुलाई को सुबह आठ बजे से सर्वदलीय बंदी में सहरसा सुपौल बिहरा मार्ग, सिमरी बख्तियारपुर बरियाही, सर्वा ढाला, सत्तर कटैया से सहरसा, मधेपुरा मार्ग, सोनवर्षा मार्ग, बैजनाथपुर में बंद किया जायेगा। आंदोलन में मेडिकल, अस्पताल, निजी नर्सिंग होम, राहगीरों के लिए भोजनालय खुला रहेगा। साथ ही शिष्टमंडल द्वारा पीएम, सीएम, रेल मंत्री के नाम डीएम को ज्ञापन सौंपा जायेगा। ब्संयोजक दिग्विजय सिंह को मनोनीत किया गया है।