Input-Nandani
उत्तर प्रदेश: साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर आरएसएस तैयारियों में जुट चुका हैं। इसी के साथ आरएसएस अपने स्थापना का शताब्दी वर्ष मनाने की तैयारी कर रहा है। पूर्वी क्षेत्र के जिला, विभाग और प्रांत प्रचारकों की अलग-अलग बैठकों और कार्यशाला आयोजित की जाएंगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश में सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले डेरा जमाएंगे। आज से शुरू होने जा रही प्रचारकों की बैठकों का समापन 30 जून को होगा। दत्तात्रेय होसबोले 27 जून से 30 जून तक आयोजित होनेवाली बैठकों और कार्यशाला में मौजूद रहेंगे। लोकसभा चुनाव से पहले आरएसएस की कवायद को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
प्रचारक को दी जायेगी जिम्मेदारी
आरएसएस स्थापना का शताब्दी वर्ष मनाने की तैयारी कर रहा है। तैयारी के बीच अगले साल लोकसभा का चुनाव होने जा रहा है। पूर्वी क्षेत्र के जिला, विभाग और प्रांत प्रचारकों की अलग-अलग बैठकों और कार्यशाला का सिलसिला शिशु मंदिर निराला नगर में चलेगा। बैठक में करीब 100 प्रचारक शिरकत करेंगे। बता दें कि आरएसएस ने हाल ही में विभाग और जिला स्तर पर प्रचारकों की भूमिका को बदला है। नए लोगों को विभाग का प्रचारक और जिला का प्रचारक भी बनाया गया है। दत्तात्रेय होसबोले बैठक में जिला, विभाग और प्रांत प्रचारकों की आगामी भूमिका को समझाएंगे।
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बीजेपी को दी नसीहत
इसी के साथ-साथ संघ की कवायद लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। आरएसएस से जुड़े मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने यूनिफॉर्म सिविल कोड का समर्थन कर दिया है। संगठन का कहना है कि मुसलमानों के हितों को ध्यान में रखते हुए ड्राफ्ट तैयार किया जाना चाहिए। मुख्य संयोजक इंद्रेश कुमार ने कहा कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच देशभर में जागरूकता अभियान चलाने की तैयारी कर रहा है। कर्नाटक विधान सभा हारने के बाद आरएसएस ने बीजेपी को नसीहत दी थी। संघ के मुखपत्र ऑर्गनाइजर में पार्टी को आत्ममंथन करने पर जोर दिया गया था। उसका कहना था कि पार्टी का बिना मजबूत आधार और क्षेत्रीय लीडरशिप के चुनाव जीतना आसान नहीं है।