Rishabh Pant Accident OTD : भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत के लिए 30 दिसंबर का दिन हमेशा एक कड़वी याद के रूप में रहेगा। यह दिन पंत की जिंदगी में एक बड़ा मोड़ लेकर आया था। 30 दिसंबर 2022 को पंत अपनी मर्सीडीज कार से घर लौट रहे थे, जब रुड़की के पास हाईवे पर उनका कार एक्सीडेंट हुआ। इस हादसे में पंत की जान तो बाल-बाल बच गई, लेकिन उनका शरीर गंभीर रूप से घायल हो गया। इस दुर्घटना ने पंत को न केवल शारीरिक रूप से प्रभावित किया, बल्कि क्रिकेट की दुनिया से 14 महीने की लंबी दूरी भी बना दी।

पंत की चोटों की वजह से उन्हें लंबे समय तक मैदान से बाहर रहना पड़ा, लेकिन उन्होंने खुद को फिर से खड़ा किया और अब मैदान पर वापसी कर चुके हैं। हालांकि, आज भी उनके उस दिन की यादें ताजा हैं, और मेलबर्न टेस्ट में पंत के पुराने घाव फिर से उभर आए।
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मेलबर्न टेस्ट में पंत के पुराने घाव हुए ताजा
वर्तमान समय में पंत मेलबर्न टेस्ट में भारतीय टीम के लिए खेल रहे हैं, जहां बॉक्सिंग डे टेस्ट के पांचवे दिन उनकी चोटों की यादें फिर से ताजा हो गईं। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस की एक तेज बाउंसर ने पंत को चोटिल कर दिया, जिससे उनके पुराने घाव फिर से उभर आए। इस बाउंसर के कारण पंत के शरीर में दर्द हुआ, और दर्शकों को यह एहसास दिला दिया कि यह वही दिन है जब पंत का हादसा हुआ था।

मेलबर्न में खेलते हुए पंत ने दर्द को नजरअंदाज किया और अपनी पूरी मेहनत के साथ खेल जारी रखा, लेकिन उनकी चोटों के कारण कभी-कभी उन्हें परेशानियों का सामना भी करना पड़ा। इस दिन ने हर किसी को याद दिलाया कि कैसे पंत ने अपनी जिंदगी के सबसे कठिन दिनों को पार किया और फिर से क्रिकेट के मैदान पर वापसी की।
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ऋषभ पंत की संघर्षपूर्ण वापसी
30 दिसंबर 2022 के हादसे के बाद पंत को अस्पताल में लंबा इलाज चला, और उनकी चोटों के कारण उन्हें लगभग 14 महीने तक क्रिकेट से दूर रहना पड़ा। इस दौरान पंत ने न केवल शारीरिक उपचार किया, बल्कि मानसिक रूप से भी खुद को मजबूत किया। उनके वापसी के दौरान, भारतीय क्रिकेट फैंस के साथ-साथ पूरी दुनिया की नजरें थीं, क्योंकि पंत ने दिखाया कि मुश्किलें किसी भी इंसान को तोड़ नहीं सकतीं, अगर उस इंसान में संघर्ष और आत्मविश्वास हो।

आज जब पंत मेलबर्न टेस्ट में मैदान पर खेल रहे हैं, तो यह उनके लिए एक बड़े जश्न और संघर्ष की कहानी बन चुकी है। उनका साहस और मेहनत एक प्रेरणा बनकर उभरा है, जिससे यह साबित होता है कि अगर किसी में मेहनत और धैर्य हो, तो वह किसी भी मुश्किल को पार कर सकता है।