Reliance Infrastructure Share Price :देश के प्रसिद्ध उद्योगपति अनिल धीरू भाई अंबानी की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में पिछले एक महीने में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है। खासतौर पर 9 मई से कंपनी के शेयरों ने लगातार ऊपर की ओर रुख किया है और इस दौरान 60% तक रिटर्न दिया है। यह तेजी 7 साल की मंदी के बाद आई है, जो निवेशकों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है।
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डिफेंस सेक्टर में बड़ी स्ट्रैटेजिक साझेदारी
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के इस रफ्तार में उछाल का मुख्य कारण कंपनी की सहायक इकाई, रिलायंस डिफेंस और जर्मनी की डाइहल डिफेंस के बीच हुई खास डिफेंस डील है। दोनों कंपनियों ने मिलकर भारतीय सेना के लिए वल्केनो 155 मिमी प्रिसिज़न गाइडेड म्यूनिशन सिस्टम की तुरंत आपूर्ति के लिए रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है। यह डील रक्षा क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
7 साल बाद कारोबार 2018 के स्तर से ऊपर
9 मई से शुरू हुई इस तेजी में रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयर कई बार 10% से अधिक उछले हैं। हाल ही में इस स्टॉक ने 420 रुपये का उच्चतम स्तर छुआ, जबकि वर्तमान में यह 405 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा है। कंपनी के शेयर अब अक्टूबर 2018 के स्तर 380 रुपये से ऊपर 400 रुपये के पार ट्रेड कर रहे हैं। पिछले 7 वर्षों में यह पहली बार है जब शेयरों ने इतने उच्च स्तर को छुआ है।
वल्केनो 155 मिमी सिस्टम: एक खास हथियार
10 जून को रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और डाइहल डिफेंस ने अपने गठजोड़ की आधिकारिक घोषणा की। इस डील के तहत दोनों कंपनियां मिलकर वल्केनो 155 मिमी प्रिसिज़न गाइडेड म्यूनिशन सिस्टम विकसित करेंगी। यह प्रणाली लेजर तकनीक और जीपीएस आधारित टारगेटिंग तकनीक से लैस होगी, जिससे यह अत्यंत सटीक निशाना लगाने में सक्षम होगी। इस आधुनिक हथियार प्रणाली से भारतीय सेना की क्षमताओं में इजाफा होगा और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी।
निवेशकों के लिए अच्छी खबर
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में आई इस तेजी से कंपनी के प्रति निवेशकों का भरोसा फिर से बढ़ा है। डिफेंस सेक्टर में हो रही प्रगति और नई टेक्नोलॉजी के साथ कंपनी के भविष्य को लेकर उम्मीदें काफी सकारात्मक हैं। 7 साल की मंदी के बाद एक महीने में 60% का रिटर्न निवेशकों के लिए आशाजनक संकेत है, जो आने वाले समय में भी निवेश को आकर्षित कर सकता है।