Currency Updates News : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में 100 और 200 रुपये के नए नोटों को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है। जल्द ही ये नए नोट बाजार में उपलब्ध होंगे, लेकिन इनकी डिज़ाइन में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। आरबीआई ने यह भी साफ किया कि पुराने नोट चलन से बाहर नहीं होंगे। आइए जानते हैं इस नए ऐलान से जुड़ी सभी अहम बातें।
Read more : Stock Market Today:भारतीय शेयर बाजार में क्यों हो रही है लगातार गिरावट? जानें इसके कारण
नए 100 और 200 रुपये के नोटों का होगा विमोचन

आरबीआई ने घोषणा की है कि वह जल्द ही 100 और 200 रुपये के नए नोट जारी करेगा। हालांकि, इन नए नोटों की डिज़ाइन वही रहेगी, जो पहले थी। केवल एक बदलाव होगा, और वह है नोटों पर गवर्नर संजय मल्होत्रा के हस्ताक्षर। भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, यह एक सामान्य प्रक्रिया है, जिसमें हर नए गवर्नर के आने पर उनके हस्ताक्षर वाले नोट जारी किए जाते हैं।आरबीआई ने यह भी स्पष्ट किया है कि पुराने 100 और 200 रुपये के नोट पूरी तरह से वैध रहेंगे और उनका चलन बंद नहीं होगा। इन्हें बैंक और एटीएम में जारी किया जाएगा, और इनका उपयोग सामान्य तरीके से किया जा सकेगा।
Read more : Stock Market Today:भारतीय शेयर बाजार में क्यों हो रही है लगातार गिरावट? जानें इसके कारण
क्या पुराने नोट चलन से बाहर हो जाएंगे?

यह सवाल कई लोगों के मन में उठ रहा है कि क्या पुराने 100 और 200 रुपये के नोट अब चलन से बाहर हो जाएंगे। आरबीआई ने इस सवाल का स्पष्ट जवाब दिया है। पुराने नोट वैध रहेंगे और उनका उपयोग पूरी तरह से जारी रहेगा। इसका मतलब है कि पुराने 100 और 200 रुपये के नोटों को बदलने की कोई आवश्यकता नहीं है, और वे अगले कुछ वर्षों तक उपयोग किए जा सकेंगे।
Read more : Stock Market Holidays 2025:14 मार्च को शेयर बाजार बंद! निवेशकों की उम्मीदें होली के बाद पूरी होंगी?
भारतीय कैश सर्कुलेशन में भारी वृद्धि

आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, 2017 में भारतीय कैश सर्कुलेशन 13.35 लाख करोड़ रुपये था, जो मार्च 2024 तक बढ़कर 35.15 लाख करोड़ रुपये हो गया है। इसका मतलब यह है कि भारत में नकद का उपयोग पिछले कुछ वर्षों में काफी बढ़ा है। इसके बावजूद, डिजिटल भुगतान और UPI का भी उपयोग तेजी से बढ़ा है, जो देश के आर्थिक ढांचे को और मजबूत बना रहा है।
Read more : Bharti Airtel की नई साझेदारी से निवेशकों को मिल सकती है उम्मीद की किरण! निफ्टी की बढ़त, सेंसेक्स की गिरावट
2000 रुपये के नोट की बंदी के बावजूद बढ़ा कैश फ्लो

2000 रुपये के नोटों की बंदी के बाद भी भारत में कैश फ्लो पहले से ज्यादा बढ़ा है। RBI के आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2020 में UPI के माध्यम से डिजिटल लेन-देन का आंकड़ा 2.06 लाख करोड़ रुपये था, जो फरवरी 2024 तक बढ़कर 18.07 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। 2024 के अंत तक, डिजिटल ट्रांजैक्शन का आंकड़ा लगभग 172 बिलियन डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है।
ATM से सबसे ज्यादा पैसे कहां निकाले जाते हैं?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2024 के दौरान सबसे ज्यादा पैसे दिल्ली, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में ATM से निकाले गए। इन राज्यों में त्योहारों और चुनावों के दौरान नकदी की मांग बढ़ जाती है, जिससे ATM से पैसा निकालने की दर भी ज्यादा रहती है। इसके अलावा, ग्रामीण इलाकों में डिजिटल पेमेंट की पहुंच सीमित होने की वजह से भी यहां के लोग कैश का अधिक उपयोग करते हैं।