Shravasti Flood News: श्रावस्ती (Shravasti) जिले के जमुनहा क्षेत्र में राप्ती नदी का जलस्तर घटने के साथ ही बाढ़ की तबाही के निशान स्पष्ट होने लगे हैं। हालांकि, इकौना क्षेत्र में राप्ती की विनाशलीला अभी भी जारी है। घटते जलस्तर के बावजूद, राप्ती की उग्र लहरें अपने किनारों पर तेजी से कटान कर रही हैं, जिससे कई बीघा कृषि भूमि नदी की धारा में विलीन हो रही है। इकौना और कटरा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों में लोग प्रशासन से राहत की उम्मीद लगाए हुए हैं।
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राप्ती नदी का घटता जलस्तर
राप्ती नदी का जलस्तर धीरे-धीरे घट रहा है। जमुनहा के राप्ती बैराज पर नदी का जलस्तर मंगलवार को खतरे के निशान 127.70 मीटर से घटकर 127.45 मीटर पर आ गया, जो खतरे के निशान से 25 सेंटीमीटर नीचे है। जलस्तर घटने के साथ ही जमुनहा, गिलौला और हरिहरपुररानी विकास क्षेत्र में नदी की लहरें अपने किनारों पर तेजी से कटान करने लगी हैं। नदी का पानी निकलने के बाद राप्ती की तबाही के निशान भी स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगे हैं।
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कृषि भूमि और फसलों का भारी नुकसान
गिलौला के कचनापुर और बिशुनापुर गांव में सड़क और पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई हैं। कछार के अन्य गांवों का भी यही हाल है, जहां राप्ती की बाढ़ में कई मुख्य और संपर्क मार्ग बाढ़ और कटान की भेंट चढ़ गए हैं। खेतों में लगी मक्का, अरहर, मेंथा और सब्जी की फसल को भारी नुकसान हुआ है। कई गांवों में धान के खेत बाढ़ के मलबे से ढके हुए हैं, जिससे फसलें दिखाई नहीं दे रही हैं।
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इकौना क्षेत्र में बाढ़ का कहर जारी
भिनगा और जमुनहा तहसील क्षेत्र के गांवों को बाढ़ की विभीषिका से राहत मिल गई है, लेकिन इकौना तहसील क्षेत्र के करीब 28 गांव अब भी बाढ़ से घिरे हुए हैं। इनमें से 14 गांवों में बाढ़ का पानी अब भी भरा हुआ है। श्रावस्ती में बाढ़ से घिरे कई गांवों के लोग घरों की छतों पर शरण ले रहे हैं। बौद्ध तपोस्थली, बौद्ध मठ मंदिर, जेतवन इंटर कॉलेज, तिब्बत बुद्ध विहार, चाइना मंदिर, ग्रेट श्रावस्ती बुद्ध विहार, वर्मा बुद्ध विहार जैसे प्रमुख स्थलों के साथ-साथ डिंगुराजोत, राजगढ़ गुलहरिया, बगहा, मुश्काबाद, खरगौरा गनेश, बाजा जात, चक्र भंडार, खरगूपुर, खरगौरा बस्ती और मोहम्मदपुर राजा जैसे दर्जनों गांव भी बाढ़ की विभीषिका का सामना कर रहे हैं।
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राहत कार्य में जुटा प्रशासन
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाने के लिए प्रशासन एनडीआरएफ और फ्लड पीएसी के जवानों का सहारा ले रहा है। प्रशासन की टीम गांव-गांव जाकर राहत सामग्री वितरित कर रही है, ताकि प्रभावित लोगों को तात्कालिक राहत मिल सके। श्रावस्ती जिले के जमुनहा और इकौना क्षेत्रों में राप्ती नदी की बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। कृषि भूमि का कटान और फसलों का नुकसान गांव वालों के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। प्रशासन की ओर से राहत कार्य तेजी से किए जा रहे हैं, लेकिन बाढ़ पीड़ितों को अब भी प्रशासन से अधिक सहायता की जरूरत है। आगे की स्थिति पर नजर बनाए रखने और राहत कार्यों में तेजी लाने की आवश्यकता है, ताकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जीवन सामान्य हो सके।